Friday 2 January 2015

कुत्तो से सावधान

कुत्तों से सावधान ...................
मेरे लोखे पोस्ट पर मेरे एक बहुत करीबी मित्र ने आपत्ति जताते हुए कहा कि ये क्या जीवन मिला है जो भी है उसका आनंद लो |इतना गन्दा kyओ सोचते हो मुझे भी लगा चलो इन्ही की बात मान लेते है | जल्दी से अपने को बना सवार कर मैंने नव वर्ष की शुभ कामना देने की सोची पर तभी याद आया कि बड़े बुजुर्ग कह गए है कि जब सांगत अच्छी रखोगे तभी ऊचे उठ पाओगे | मैंने भी सोचा कि चलो कुछ बड़े लोगो को नव वर्ष की शुभकामना देते है और आज वही बड़ा है जिसके पास पैसा है अब ये ना कहियेगा कि गलत है क्योकि मुझे मुंशी प्रेम चाँद और जय शंकर प्रसाद की दुर्गति पता है | जी जी आज भी न जाने किसी कला कौशल लोग टी वी और रेडिओ में कमीशन पर काम पाकर अपने जीवन को अच्छे दिन लाने के लिए घसीट रहा है | खाई र्मैने सोचा चलूं किसी बड़े आदमी के घर तो क्या हुआ कि मैं कालोनी के एच आई जी माकन के सामने पंहुचा पर गेट पर लिखा था .........कुत्तों से सावधान !!!!!!!!!!१ मैंने सोचा कि क्या फर्स्ट इम्प्रेशन इस द लास्ट इम्प्रेशन .मैंने सोचा जब इस घर में कुत्ते रहते है तो क्या फायेदा यहाँ जाने का मुझे तो किसी आदमी को नव वर्ष  शुभ कामना कहना है  और तो और कोई एक कुत्ता नहीं कुत्तों अब या तो आप कह सकते कि मुझे हिंदी नहीं आती पर इतने बड़े घर में कुत्तों का ही आशियाना है बेचारे ना जाने कितने मनुष्य????????? रेन बसेरे में इतनी ठंडक में रात गुजार देते है | खैर मैं मनुष्य को कालोनी में ढूंढ़ता रहा पर हर घर के आगे यही लिखा था .....कुत्तों से सावधान ............क्षमा कीजियेगा मैं तो वही कह रहा हूँ जो घरों के आगे लिखा था वो भी गेट पर !!!!!!!!!!!! अब बारी थी किसी आदमी को नव वर्ष शुभकामना कहने का अगला क्षण ..मैंने देखा कि एल आई जी और जनता घरों में कुत्तों का डर नही था  और जब मैंने उनसे कहा कि नया साल मुबारक हो ..........तो तो बताइए उन्होंने क्या कहा ??????????????? ये भी कोई नया वर्ष है हमेशे तो अच्छे वो कुत्ते जिनको लोग कारों में घुमांते है और उनको रजाई में रखते है | इससे अच्छा तो भगवन हमको भी कु ........................बना देता और मुझे कुत्तों पर बहुत गुस्सा आ रहा था जिनके कारण नव वर्ष का सत्यानाश हो चूका है ..............अब आप सोचिये कि कही इन कुत्तों के कारण आप कभी बड़े गातों के अंदर आदमी देख ना ही पाए तो क्या होगा ????????? एक बात कहूँ आज की दुनिया में कुत्ते बेचे और खरीदे भी जाते है .जो जितनी बहतर नस्ल का कुत्ता उसकी कीमत उतनी ज्यादा ..बस आपको उसको खरीदने कि ताकत होनी चाहिए क्योकि खरीदने की ताकत तो सिर्फ मनुष्य में होती है ना .क्या आप मनुष्य से मिले ????????????सावधान गेट के पार कुत्ता है नहीं नहीं कुत्ते है ( व्यंग्य समझ कर पढ़िए ) ठंडक में कोई मर रहा है जीने का अधिकार दीजिये उनको भी ....अखिल भारतीय अधिकार संगठन

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