भईया मीठे हो गए ................................
रोज रोज मेरे मुंह से मौत की बात सुन कर लोग कहते है कि मैं मनहूसियत फैलता रहता हूँ और बकवास करता हूँ , ये मौत भी बात करने कि चीज़ है ! बिलकुल सही ही लोग कहते है कि जब यहाँ कोई जिन्दा है ही नही तो उसकी बात क्या करना ????????/ अब आप इतने लाल पीले न होइए १९४७ के बाद कितनी बार आपने अपने जिन्दा होने का सबूत दिया है , खैर सच कहने कि भी तो ताकत तो आप में नही हैं क्योकि हमेशा आपने मंच से बापू और भगत सिंह का नाम लेकर ही तो अपनी नपुंसकता ( घबराइए नही मैं आपके शुक्राणु को चुनौती नही दे रहा हूँ क्यों कि वही आप जहा चाहे दिखने को तैयार रहते है आखिर चींटी की क्या मजाल जो जनसँख्या के मामले में आदमी से आगे निकल जाये .............ये ये ले एक दो तीन चार पांच ................अगर दस बच्चे पैदा नही किये तो चींटी का गुलाम समझना ) छिपाते रहते है | और क्या बताऊ मौत की बात भाई साहब क्यों नही पसंद करते ??????????? क्या आप जानना चाहते है !!!!!!!!!!!!! अरे हम मौत की बात नही करते पर मरे हुए फल खा लेते है | करेले जैसा मुंह मत बनाइये , मैं सही कह रहा हूँ अब आप ही बताइए की क्या कभी कोई कच्चा फल पेड़ से टूट कर अपने आप गिरता है ????????????? नहीं ना पर जब पक जाता है तो खुद टूट कर गिर जाता है | अब आपको तो झूट बोलने की इतनी आदत पड़ चुकी है कि इसको फल का पकना कहेंगे पर क्या कभी फल मरता नही !!!!!!!!!!!!!!!!!! मरता है मर आपको मारा जानवर कहने कि आदत नही है ना इस लिए कैसे फल को मर कहे पर सच तो सच है न !!!!!!!!!!! ओह हो मैं तो भूल ही गया आपने अम्मा को बाँट कर भी उसको भारत माँ ही कहा ???????????? यही नही बलात्कार , दहेज़ हत्या करके आपने ही तो इस देश को भाई बहनों का देश कह कर प्रचारित किया >>.................... बिलकुल बिलकुल मुझको पागल नही कहंगे तो आप का सच ( पक्के झूठे है आप ) दुनिया नही जान जायेंगे ...........सच यही है न कि आप मरे फल खाते है | चलिए चलिए अपना रक्त दबाव ना बढाइये आपकी ही बात मान लेते कि फल पकता है मरता नही है ............अब खुश है ना !!!!!!!!!!! दुनिया के सामने यह कह रहे है ( कमरे के अंदर तो आप से ज्यादा ???????????????? आप समझ गए होंगे इनके कु ..................कर्म ) आखिर सच बोलने कि आपको आदत जो है क्यों ??????????? अगर फल पकता है तो मतलब आपको पता है कि पेड़ पर कच्चा फल लगा रहता है और तब वह खट्टा रहता है | सही कह रहा हूँ न !!!!!!!!!!!!!! हा तो जब फल मीठा हो जाता है तब आप उसको पका कहते है और व पेड़ से नीचे गिरता है ठीक है ना !!!!!!!!!!!!! अब आप ही बताइए कि जब आप खट्टे होते है मतलब जब जवान होते है तब आप भी अपने जीवन से जुड़े रहते है पर पर जब आप झूठ फरेब !!!!!!!!!!!!!!!!!!!! मेरा मतलब इस दुनिया के झूट फरेब ( गंदे लोगो को सिर्फ गन्दा ही समझ आता है मैं कोई आपको तो कह नही रहा था जो गुर्राने लगे ...खैर आपका दोष भी नही है ) और उन सब के कारण आप दबाव में आ जाते है | अरे हा हा आज तो दुनिया का हर दूसरा आदमी साँसों के दबाव में जी रहा है और उसके कारण सभी के शरीर में शक्कर बढ़ रही है जी जी जिसे आप जैसे तीस मारखा शुगर कहते है तो क्या मैं मान लू कि आप के पकने का समय आ गया और आप टपकने वाले है मतलब ( अब मैं आपको मरने के लिए तो कह नही सकता आखिर हम आपके है कौन ......................आप तो पकने वाले है )...........आखिर आप ..................चलिए आपको मौत शब्द से डर लगता है वैसे इस देश की माँ बहिन करने में आपको कभी डर नही लगा उसको मरने में आप कभी नही घबराये तो आज क्यों पकने पर पागल हुए जा रहेहै और वैसे भी आपके शरीर में शुगर ही बढ़ी है और आप ?????????????????????? नही कहूँगा नही कहूँगा आखिर मैं आपके भावना को समझता हूँ पर आप तो समझदार है ना .....................मतलब भैया मीठे हो गए ..................क्या आप सब समझ गए की भैया ........................चलो मीठे का एक सही मतलब तो जान पाए वैसे जाते जाते बता दूँ कि अधिक मिठाई में कीड़े पड़ते है और आपके शरीर में तो शक्कर बढ़ रही है ...............कहते है भगवान के घर देर है अंधेर नही है ..............तो आज से मौत की बात बंद और उसके जगह कहिये भैया मीठे हो गए ( मेरी बात का बुरा वो कोई शरीफ ना माने जिसको इस देश को आज भी अपना मानता है और जिसको शुगर जैसी समस्या हुई है यह सिर्फ व्यंग्य समझ कर पढ़ा जाये ) अखिल भारतीय अधिकार संगठन
रोज रोज मेरे मुंह से मौत की बात सुन कर लोग कहते है कि मैं मनहूसियत फैलता रहता हूँ और बकवास करता हूँ , ये मौत भी बात करने कि चीज़ है ! बिलकुल सही ही लोग कहते है कि जब यहाँ कोई जिन्दा है ही नही तो उसकी बात क्या करना ????????/ अब आप इतने लाल पीले न होइए १९४७ के बाद कितनी बार आपने अपने जिन्दा होने का सबूत दिया है , खैर सच कहने कि भी तो ताकत तो आप में नही हैं क्योकि हमेशा आपने मंच से बापू और भगत सिंह का नाम लेकर ही तो अपनी नपुंसकता ( घबराइए नही मैं आपके शुक्राणु को चुनौती नही दे रहा हूँ क्यों कि वही आप जहा चाहे दिखने को तैयार रहते है आखिर चींटी की क्या मजाल जो जनसँख्या के मामले में आदमी से आगे निकल जाये .............ये ये ले एक दो तीन चार पांच ................अगर दस बच्चे पैदा नही किये तो चींटी का गुलाम समझना ) छिपाते रहते है | और क्या बताऊ मौत की बात भाई साहब क्यों नही पसंद करते ??????????? क्या आप जानना चाहते है !!!!!!!!!!!!! अरे हम मौत की बात नही करते पर मरे हुए फल खा लेते है | करेले जैसा मुंह मत बनाइये , मैं सही कह रहा हूँ अब आप ही बताइए की क्या कभी कोई कच्चा फल पेड़ से टूट कर अपने आप गिरता है ????????????? नहीं ना पर जब पक जाता है तो खुद टूट कर गिर जाता है | अब आपको तो झूट बोलने की इतनी आदत पड़ चुकी है कि इसको फल का पकना कहेंगे पर क्या कभी फल मरता नही !!!!!!!!!!!!!!!!!! मरता है मर आपको मारा जानवर कहने कि आदत नही है ना इस लिए कैसे फल को मर कहे पर सच तो सच है न !!!!!!!!!!! ओह हो मैं तो भूल ही गया आपने अम्मा को बाँट कर भी उसको भारत माँ ही कहा ???????????? यही नही बलात्कार , दहेज़ हत्या करके आपने ही तो इस देश को भाई बहनों का देश कह कर प्रचारित किया >>.................... बिलकुल बिलकुल मुझको पागल नही कहंगे तो आप का सच ( पक्के झूठे है आप ) दुनिया नही जान जायेंगे ...........सच यही है न कि आप मरे फल खाते है | चलिए चलिए अपना रक्त दबाव ना बढाइये आपकी ही बात मान लेते कि फल पकता है मरता नही है ............अब खुश है ना !!!!!!!!!!! दुनिया के सामने यह कह रहे है ( कमरे के अंदर तो आप से ज्यादा ???????????????? आप समझ गए होंगे इनके कु ..................कर्म ) आखिर सच बोलने कि आपको आदत जो है क्यों ??????????? अगर फल पकता है तो मतलब आपको पता है कि पेड़ पर कच्चा फल लगा रहता है और तब वह खट्टा रहता है | सही कह रहा हूँ न !!!!!!!!!!!!!! हा तो जब फल मीठा हो जाता है तब आप उसको पका कहते है और व पेड़ से नीचे गिरता है ठीक है ना !!!!!!!!!!!!! अब आप ही बताइए कि जब आप खट्टे होते है मतलब जब जवान होते है तब आप भी अपने जीवन से जुड़े रहते है पर पर जब आप झूठ फरेब !!!!!!!!!!!!!!!!!!!! मेरा मतलब इस दुनिया के झूट फरेब ( गंदे लोगो को सिर्फ गन्दा ही समझ आता है मैं कोई आपको तो कह नही रहा था जो गुर्राने लगे ...खैर आपका दोष भी नही है ) और उन सब के कारण आप दबाव में आ जाते है | अरे हा हा आज तो दुनिया का हर दूसरा आदमी साँसों के दबाव में जी रहा है और उसके कारण सभी के शरीर में शक्कर बढ़ रही है जी जी जिसे आप जैसे तीस मारखा शुगर कहते है तो क्या मैं मान लू कि आप के पकने का समय आ गया और आप टपकने वाले है मतलब ( अब मैं आपको मरने के लिए तो कह नही सकता आखिर हम आपके है कौन ......................आप तो पकने वाले है )...........आखिर आप ..................चलिए आपको मौत शब्द से डर लगता है वैसे इस देश की माँ बहिन करने में आपको कभी डर नही लगा उसको मरने में आप कभी नही घबराये तो आज क्यों पकने पर पागल हुए जा रहेहै और वैसे भी आपके शरीर में शुगर ही बढ़ी है और आप ?????????????????????? नही कहूँगा नही कहूँगा आखिर मैं आपके भावना को समझता हूँ पर आप तो समझदार है ना .....................मतलब भैया मीठे हो गए ..................क्या आप सब समझ गए की भैया ........................चलो मीठे का एक सही मतलब तो जान पाए वैसे जाते जाते बता दूँ कि अधिक मिठाई में कीड़े पड़ते है और आपके शरीर में तो शक्कर बढ़ रही है ...............कहते है भगवान के घर देर है अंधेर नही है ..............तो आज से मौत की बात बंद और उसके जगह कहिये भैया मीठे हो गए ( मेरी बात का बुरा वो कोई शरीफ ना माने जिसको इस देश को आज भी अपना मानता है और जिसको शुगर जैसी समस्या हुई है यह सिर्फ व्यंग्य समझ कर पढ़ा जाये ) अखिल भारतीय अधिकार संगठन