Saturday 18 January 2014

kej........ri ....waal

केज ......री.....वाल
अब "आप" अपना दिमाग मत लगाइये .ये किसी का नाम नहीं है | ये तो है राजस्थानी का एक वाक्य है जिसमे जरा ध्यान  से समझिये ये "आम" आदमी के लिए नहीं है | इसमें केज का मतलब है पिंजड़ा पिंजड़ा , जी जी अंग्रेजी में केज का मतलब यही होता है और राजस्थानी में री का मतलब " का " होता है और रही बात वाल तो फिर अंग्रेजी में वाल का मतलब ? अब क्या ये भी बताऊ कि वाल का मतलब दीवार होता है | तो आम भाषा में केज  री वाल का मतलब !! हा हा बोलिये बोलिये  पिंजड़े की दीवार ? अब पिंजड़ा कौन है और दीवार कौन ये तो न मुझे मालूम न ही आपको पर " आप" तो बस एक ही शब्द समझ में आता है केजरीवाल लेकिन मुझे इससे कोई मतलब नहीं है | क्या आम आदमी को यह समझ में आएगा की मैं क्या कह रहा हूँ ? चलिए आपने मान तो लिए की "आप " आम आदमी " नहीं है इस लिएय आपको केज ...री वाल का मतलब समझ में आ रहा है पर इस से देश को क्या मिलेगा ?  राहुल राहुल ...लीजिये फिर आपके दिमाग में कीड़ा काटने लगा ! अरे भाई मुझे बुद्ध याद आ गए जो अपने पुत्र के जन्म पर चिल्लाये थे राहुल राहुल यानि बंधन बधन ! तो अब समझ गए न राहुल का मतलब ! और केज री वाल यानि पिंजड़े की दीवार में बंधन तो होगा ही ना ? खैर आप मानिये ना मानिये आप दिल्ली जाकर देख सकते है कैसे केज....री ....वाल में राहुल राहुल देश की जनता तली पीट पीट कर चिल्ला रही है | पर आप तो " आप " है और " आप " को तुम कहने की हिम्मत भला किसमे है इसी लिए " आप " कहलाने के लिए हर आम आदमी पागल है लेकिन पागल होने से क्या मिलेगा?.सिर्फ और सिर्फ केज ......री ...वाल पर आप तो अपने को आम आदमी बना कर रहना चाहते है ? चलिए मैं तो चला राहुल राहुल ! आप सोच लीजिये कि "आप " चाहते क्या है ? "आम आदमी " या केज ...री ...वाल ( इसको व्यंग्य समझ कर पढ़ा जाये )

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