Wednesday, 11 March 2015

भारतीय पुरुष जानवर है ??????????

विदेशी महिला सिर्फ एक मतलब  जानती है औरत होने का !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
मैंने मान लिया कि हमने भारत को माँ ( महिला ) कह कर विदेशियों से खूब लुटने दिया लेकिन भैया किसी विदेशी महिला को कोई भारतीय तो लूटने नहीं गया ना ...हा हा अब आप क्यों मैंने लगी क्योकि आप तो इंडियन डॉटर बना कर दुनिया को दिखा रही है कि कितनी असुरक्षित है लड़की भारत में !! ऊपर से तुर्रा ये कि जिन विदेशी महिला ने ये डाक्यूमेंट्री बनायीं वो घर से निकलने के बाद अपने को भारत की सड़कों पर इतना असुरक्षित महसूस करती थी कि जब तक शाम को लौट कर अपने कमरे पर नही आ जाती थी तब तक उनको लगता था उनके साथ कुछ हो ना जाये !! नही हुआ ना तो आप खुद मानती है कि आप झूठ भी बोल लेती है और आप अपने देश ( जहा से आई ) वह सुबह से शाम बलात्कार के डर से जीती है ( मैं नहीं कह रहा ( अमेरिका , इंग्लॅण्ड ऑस्ट्रेलिया मव बलात्कार सबसे ज्यादा होते है ) यही नही सूप बोले सूप बोले चलनी भी बोलने लगी जर्मनी की एक महिला वैज्ञानिक ने किसी भारतीय पुरुष को अपना इंटर्नशिप बनाने से इंकार कर दिया .........ये दोनों बिलकुल सही कह रही है कि इनको भारतीय पुरुषों से डरना ही चाहिए क्योकि ये सच में क्या है वो पता चल जायेगा ...क्या आप मुझे कह रही हूँ कि मैं झूठ बोल रहा हूँ ......क्यों १८९३ में उस भारतीय पुरुष को भूल गयी जिसके शिकागो के कमरे में एक विदेशी लड़की आपत्ति जनक स्थिति में पहुंच कर वो करना चाहती है जिसे आप आज कल नारी की स्वतंत्रता कहने लगी है | अपने सामने एक प्राकृतिक अवस्था में विदेशी लड़की को देख का और उसके प्रस्ताव को सुन कर भी उस भारतीय पुरुष ने कहा कि बहन का स्वागत है और वो महिला लज्जित हो गयी और मार्गेट नोबल नाम की वो महिला बाद में भगिनी निवेदिता कहलायी ........क्या विवेका नन्द की कहानी आपको याद नही खैर क्यों याद रखेंगी विदेशी महिला क्योकि आपको भारतीय पुरुष बस एक ही प्रतिबिम्ब में दिखयी देते है और आपको ये बर्दाश्त नही कि भारतीय पुरुष आपको सिर्फ देह से नही बहन कह कर जोड़े | अब आपकी पोल न खुल जाये तो आप को भारत की सड़को पर डर तो लगेगा ही आखिर आप पाने देश का क्या चहरित्र दुनिया को बताएंगी कि हम विदेश महिला शरीर की भूख मिटने के लिए सामने आये भी तो भारतीय बहन कह कर स्वागत करते है | काश आप झूठ की पाठशाला से ना अति पर क्यों ना आये आखिर आपको निर्भया कांड पर दुनिया में वह वही जो लूटनी है ........लूटिये लूटिये आपको लूटने लुटाने के अलावा आता भी क्या है ?????इस व्यंग्य को ढंग से पढ़ कर शेयर करिये क्योकि ये हर भारतीय पुरुष पर तमाचा है जो एक विदेशी महिला ने निर्भया कांड में अपने बयां से हम पर मारा है ) अखिल भारतीय अधिकार संगठन

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