कानपुर विश्वविद्यालय ब्लोग्गर्स असोशिएसन के उदभव पर समस्त बुद्धजीवी वर्ग को शुभकामनाएं. भाई पवन मिश्र जी विशेष रूप से धन्यवाद के पात्र हैं इसलिए कि उन्होंने एक ऐसा मंच तैयार कर दिया है कि आशा करता हूँ हर वो जो विश्वविद्यालयों खासकर कानपुर विश्वविद्यालय के गिरते स्तर के प्रति जागरूक है , चिंतित है , इसके माध्यम से अपनी आवाज़ को उठा सकता है, आगे बढ़ा सकता है. साथिओं, आजकल शिक्षा व्यवस्था एक संक्रमण काल से गुजर रही है. जहाँ एक तरफ सूचना के क्षेत्र में क्रांति है वहीँ सरकारी नीतियों के चलते स्ववित्त पोषित महाविद्यालयों , विश्वविद्यालयों की बाढ़ से अनेकानेक परिवर्तन हो रहें हैं एवं निकट भविष्य में संभव है. वर्तमान में शिक्षा के केन्द्रों के नाम पर धन उगाही केन्द्रों की स्थापना हो रही है. शिक्षकों , छात्रों का शोषण हो रहा है उच्च शिक्षा के नाम पर पैसे लेकर नक़ल कराकर डिग्री बांटना एक परंपरा के रूप में स्थापित होने को है. ऐसे में ईमानदार, ऐसे जो सही मायनो में शिक्षक है, अत्यधिक घुटन भरा वातावरण महसूस कर रहें हैं. हमारे ही बीच ऐसे गिरोहों की स्थापना हो चुकी है जो शिक्षा एवं शिक्षण के पुनीत उद्देश्यों से भटक कर पॉवर एवं पैसा एकत्रित कर आगे बढकर भ्रष्ट राजनीति में संलिप्त होने की कतार में खड़े हैं. शिक्षक संगठन, जो कभी शिक्षकों के मार्गदर्शक के रूप में कार्य करते थे आज उनके उद्देश्य निजी स्वार्थों पर आधारित होने के कारण अपना अस्तित्व खो रहें हैं. एक कसक सी है आज समाज में इस विसंगति से भरे उच्च शिक्षा के तिलस्म पर कुठाराघात करने की. लोकतान्त्रिक परम्पराओं का लोप हो रहा है. ऐसे में परम आवशयकता है एक ऐसे मंच की जिसके माध्यम से विसंगतियों, कुरीतियों, भ्रष्टाचार, निजी स्वार्थों के तले कराह रही उच्च शिक्षा को उबारकर उसे सम्मानपूर्वक समाज में स्थापित ऐसे ढंग से करने की कि वह आने वाली नस्लों का मार्गदर्शन कर उन्हें बेहतर जीवन जीने के अवसर प्रदान कर सके. उच्च शिक्षा के आदर्श उद्देश्यों की प्राप्ति में बाधा बने चन्द स्वयंभू ठेकेदारों को बेनकाब करने की भी विशेष जरूरत है. आप सभी से अनुरोध है कि खुलकर इस मंच पर निर्भीकता के साथ अपने अनुभव एवं विचार रखकर शिक्षा जगत में एक रचनात्मक क्रांति के जनक बनने में सहयोग प्रदान करें. आपकी इस ब्लॉग पर अभिव्यक्ति को जहाँ उसे वास्तव में पहुँच कर आशानुरूप परिणाम मिल सके पहुँचाने का पूरा प्रयास करने का वचन देते हुए पुनः शुभकामनाएं एवं धन्यवाद. डॉ. बी. डी. पाण्डेय.
कानपुर विश्वविद्यालय ब्लोग्गर्स असोशिएसन के उदभव पर समस्त बुद्धजीवी वर्ग को शुभकामनाएं. भाई पवन मिश्र जी विशेष रूप से धन्यवाद के पात्र हैं इसलिए कि उन्होंने एक ऐसा मंच तैयार कर दिया है कि आशा करता हूँ हर वो जो विश्वविद्यालयों खासकर कानपुर विश्वविद्यालय के गिरते स्तर के प्रति जागरूक है , चिंतित है , इसके माध्यम से अपनी आवाज़ को उठा सकता है, आगे बढ़ा सकता है. साथिओं, आजकल शिक्षा व्यवस्था एक संक्रमण काल से गुजर रही है. जहाँ एक तरफ सूचना के क्षेत्र में क्रांति है वहीँ सरकारी नीतियों के चलते स्ववित्त पोषित महाविद्यालयों , विश्वविद्यालयों की बाढ़ से अनेकानेक परिवर्तन हो रहें हैं एवं निकट भविष्य में संभव है. वर्तमान में शिक्षा के केन्द्रों के नाम पर धन उगाही केन्द्रों की स्थापना हो रही है. शिक्षकों , छात्रों का शोषण हो रहा है उच्च शिक्षा के नाम पर पैसे लेकर नक़ल कराकर डिग्री बांटना एक परंपरा के रूप में स्थापित होने को है. ऐसे में ईमानदार, ऐसे जो सही मायनो में शिक्षक है, अत्यधिक घुटन भरा वातावरण महसूस कर रहें हैं. हमारे ही बीच ऐसे गिरोहों की स्थापना हो चुकी है जो शिक्षा एवं शिक्षण के पुनीत उद्देश्यों से भटक कर पॉवर एवं पैसा एकत्रित कर आगे बढकर भ्रष्ट राजनीति में संलिप्त होने की कतार में खड़े हैं. शिक्षक संगठन, जो कभी शिक्षकों के मार्गदर्शक के रूप में कार्य करते थे आज उनके उद्देश्य निजी स्वार्थों पर आधारित होने के कारण अपना अस्तित्व खो रहें हैं. एक कसक सी है आज समाज में इस विसंगति से भरे उच्च शिक्षा के तिलस्म पर कुठाराघात करने की. लोकतान्त्रिक परम्पराओं का लोप हो रहा है. ऐसे में परम आवशयकता है एक ऐसे मंच की जिसके माध्यम से विसंगतियों, कुरीतियों, भ्रष्टाचार, निजी स्वार्थों के तले कराह रही उच्च शिक्षा को उबारकर उसे सम्मानपूर्वक समाज में स्थापित ऐसे ढंग से करने की कि वह आने वाली नस्लों का मार्गदर्शन कर उन्हें बेहतर जीवन जीने के अवसर प्रदान कर सके. उच्च शिक्षा के आदर्श उद्देश्यों की प्राप्ति में बाधा बने चन्द स्वयंभू ठेकेदारों को बेनकाब करने की भी विशेष जरूरत है. आप सभी से अनुरोध है कि खुलकर इस मंच पर निर्भीकता के साथ अपने अनुभव एवं विचार रखकर शिक्षा जगत में एक रचनात्मक क्रांति के जनक बनने में सहयोग प्रदान करें. आपकी इस ब्लॉग पर अभिव्यक्ति को जहाँ उसे वास्तव में पहुँच कर आशानुरूप परिणाम मिल सके पहुँचाने का पूरा प्रयास करने का वचन देते हुए पुनः शुभकामनाएं एवं धन्यवाद. डॉ. बी. डी. पाण्डेय.
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