Sunday, 6 October 2013

झूठ से बड़ा सच कौन सा ????????????????????

झूठ बोलना पाप है???????????????
पाप का मतलब ???????????? यही कि मारो अश्वत्थामा  हाथी और चिल्लाओ अश्वत्थामा मर मर गया बस एक सच आदमी ( द्रोणाचार्य ) को आप आसानी से मार सकते है !!!!!!!!!!!!!!! ये कौन सा बड़ा झूठ है !!!!!!!!!!और आप झूठ बोलते कहा है !!!!!!!!!!!!आप तो पूरी दुनिया को आसमान का रंग नीला बताते है अब आप ही बताइए आपके बारे में इससे ज्यादा क्या कहे !!!!!!!!!१११११ मानिये या ना मानिये जब कोई पूछे तो कहिये सारे भारतीय भाई बहन है .......पर जब रिश्ते में फस जाइये तो कह दीजिये कि इनको सारे भारतीय इतना मानते है इस लिए १०० प्रतिशत ब्लैक मेल कर रहे होंगे ( अपना लोगो को यही करके ही तो फसाते रहे है ) .अब बताइए कि क्या सच और क्या हो सकता है ...............और झूठ से बड़ा सच क्या होगा .......आलोक को मुट्ठी में बांध कर दिखायेंगे ..........हा हा हा क्या मिला .....सिर्फ अँधेरा ......अरे अरे यानि काला काला ......अब लीजिये सार काला या कालिख आपके चेहरे पर पुत गयी ...........फिर भी कहते है आलोक से रौशनी फैलती है ................हर पल कुत्ते ही दुनिया में बढ़ रहे है ( अरे भैया शेर तो आपकी गुलामी करने से रहा आपको तो दुम हिलाने वाले चाहिए तो लीजिये हर गली , नुक्कड़ घर में कुत्ते मिल जायेंगे )..............पर आपको सच सुनने की बीमारी ही नहीं लगी बचपन से ......वरना आपके माँ बाप ने सच का टीका ( चेचक के टीके आपकी बाहं पर लगे होंगे तो उसके दाग देखिये ) लगवाया जरुर होता ...............लेकिन आप भी क्या करें .......आप को झूठ बोलने का शौक कोई अम्मा के पेट से तो लगा नहीं ................ये दुनिया वाले क्या जाने ..आप ठहरे गागर के शिष्य जिन्होंने सीखाया कि लोग पैदा होते ही मरने लगते है और बेवकूफी में जन्मदिन मानते है ..............वैसे पाप सर चढ़ कर बोलता है और झूठ के आप पुजारी है ..तो बोलिए कि पेड़  हमने नहीं कटवाए ................ मेरे जानने में कोई अताम्हात्य नहीं हुई ..........कही पर महिलाओ का शोषण नहीं हुआ और सबसे बड़ी बात ये कि आप कंस है ...............अब भला कंस का मुकबल कृष्ण के माँ पिता नहीं कर पाए तो ये प्रजा कि क्या मजाल ..............आप जो चाहे करें आखिर गागर ने आपके सागर में यही तो भरा है ना ...................म्मफ कीजियेगा अगर झूठ बोल रहा हूँ ..............क्योकि मुझे पाप से दर लगता है ..........और आप जानते है कि पाप करके ही राम से अपनी मुक्ति करायी जा सकती है ..............आखिर कोई आप बेवजह तो झूठ बोल नही रहे ............आप जैसे को श्मशान में जगह मिलने से रही ................तो भगवन ही आपको तरेगा ना .है तो आप भी उसकी ही संतान ( माँ को अपना अँधा ,लूला , चोर , बदमाश लड़का भी प्यारा होता है )..............पर मेरी समझ में अभी नहीं आया कि जब झूठ भी एक खुद में सच है ......तो फिर पाप ???????????/ वाह वाह .............लगे रहो मुन्ना भाई ..कितना लड़ कर तो रोटी का जुगाड़ कर पाए हो चूकना नहीं .............वो देखिये रुपये पड़े है .................क्या क्या ..आप को सिर्फ वह कागज ही मिले .............आप को भला झूठ बोलने की क्या जरूरत ?????? क्योकि पाप आप जानते ही नहीं ..............वैसे आपका नाम क्या है ?????????????? बड़ा बढ़िया नाम है ....................सच को बदलो  झूठ ???????????? क्या ये नाम आपको पसंद  आया ( सिर्फ व्यंग्य की तरह ही पढ़ा जाये , इसका किसी से कोई सरोकार नहीं है )

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