Tuesday 8 October 2013

भगवन बिकता है ??????????????

भगवान बिकता है !!!!!!!!!!!!!!! कितने में
जनसँख्या बढ़ने का कोई फायेदा आपको हुआ हो या न हुआ हो पर भगवान की तो चांदी ही चांदी है ............क्या आपको भगवान से मिलना है तो आओ न कौन सा दर्शन चाहिए ...............१० . १०० , ५०० या १००० वाला फिर अगर वो कुछ बेच रहा है तो क्या हुआ वो भी तो भगवान के रास्ते पर है .........बेवजह लोग उसको ( अब नाम में क्या रखा है आप तो कुछ ज्यादा समझदार है जहा सुई न जाती हो वह तलवार डाल दे आप तो फिर किसी का भी नाम आप उछलने में कैसे पीछे रह सकते है ) बदनाम करते है ..........भगवान का नाम ही दरिद्र नारायण है ................तो अगर कोई दरिद्र आज सुलतान ...... से लखनऊ ????????? नहीं नहीं कही का भी राजा बन गया तो क्या हुआ ..............भगवान के रास्ते पर चलने वाले लोग ही तो इस दुनिया को बचाए है ....अगर वो ना होते तो भगवान को सोने का छत्र कौन चढ़ाता !!!!!!!!!!!!!!! क्या लकडहारा पेड़ नहीं काटता तो उसने कौन सा पाप कर दिया .................वो भी अपने पेट के लिए ही तो कर रहा है !!!!!!!!!!! भगवान को बेच कर दुनिया अगर अपना पेट भर सकती है तो उसने कौन सा गुनाह किया जो कागज बेच कर उसका पैसा रख लिया ............बच्चे ही तो भगवान की मूरत होते है और भगवान के लिए दिए गए पैसे को अगर उसने खुद खा लिया तो कौन सा अपराध हो गया ..क्या वो भगवान को नहीं समझता .................और भगवान ही क्यों देवी का रूप शक्ति का रूप ...किसकी औकात जो उनके आगे ठहरे ......वो तो उसने देवी को कंस बन कर इस लिए पटका ताकि पता तो चले कि देवी में कितनी शक्ति है और लीजिये देवी ने पटके जाने के बाद भी उस दुष्ट !!!!!!!!!!!!!! धर्मात्मा को अभयदान दे दिया कि अपने पटके ( या मारे ) जाने कि खबर वो किसी को नहीं बताएंगी ................अब आप ही बताइए महिषासुर कौन ?????????????? हुए ना वो भगवान वो भी कलयुग के .....................अब बताइए बिकता कौन है ????????????????( व्यंग्य समझ कर पढ़िए )

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