Monday 18 November 2013

क्योकि मैं आदमी हूँ ?????????????????

पेट के आगे बौना है हर रिश्ता .............

सेमिनार में लगातार मेहनत के कारण मेरे स्वास्थ्य पर फिर बुरा असर पड़ा है और मजेदार बात यह है कि लोग कहते तो है कि यार बता दिया होता पर जब आप उनको बताते है कि मैं ज्यादा काम से परेशान हो सकता हूँ तो हसने लगते है कहते वो तो है ................खैर मैं आपको यह बताना चाहता हूँ कि आज भी दर्द के कारण मैं पैदल ही घूम रहा था कि निशातगंज कि गली नंबर ५ के पास एक आदमी को देखता हूँ जो जमीन से उठा उठा कर कुछ खा रहा था .मैं उसको ध्यान से देखने लगा तो मेरे आँखे आश्चर्य से फ़ैल गयी ....ये तो मुंडेर नाना ( मेरे जानने वाले जिनको मैं बचपन से नाना कहता था ) का लड़का है ..................२ -२ फीट लम्बे बाल .............करीब १ फीट लम्बी दाढ़ी .....कम से कम २-२ किलो मैल से लिपटे कपडे पहने वो कुछ खाने में व्यस्त था .उम्र करीब ५० साल .मुझे यह तो मालूम है कि उनका एक लड़का कुछ दिमागी समस्या से ग्रस्त  था पर नाना और नानी के मरने के बाद मैं वह गया नहीं .............४ लड़के ...एक बड़ा लड़का अधिशासी अभियंता , एक लड़का डॉक्टर , एक लड़का योजना भवन में अधिकारी ...............और एक यह .....................शायद इससे ज्यादा खुले रूप से आप को और क्या बता सकता हूँ कि अगर आपको लगता है कि एक उम्र के बाद भाई बहन आपके जीवन के लिए एक पल भी सोचेंगे तो आप गलतफहमी में है और आपका आने वाला समय ????????????????? टुन्नी ( नाम ) अभी भी जमीन में मुर्गी की तरह अपने जीवन की साँसे ढूंढ रहा था ...........शायद रिश्ता .................रिसता है जो इस दर्शन को समझ लेता है वो तो आदमी बन कर रह पता है और जो नहीं समझ पता वो आदमी बन कर पशु की तरह कूड़े में जीवन तलाशता है ................मुझे मालूम है कि आप मेरी बात कहा मानने वाले .......................बस एक बार किसी को यह एहसास करा दीजिये की आपके पास पैसा नहीं है फिर देखिये वो कितने दिन आपको अपने पास रखता है .........माँ भी अपना ढूध बस कुछ समय के लिए ही बच्चे को देती है फिर उसको दूसरे उपाए ढूंढने पड़ते है ...............ये लीजिये किसी ने अपनी दूकान से कुछ फेका और टुन्नी दौड़ पड़ा शायद भाई से ज्यादा दूकानदार कूड़ा फेक कर उसके जीवन का मतलब समझ रहे थे .......................रिश्ते पर नहीं अपने आप पर भरोसा करिये कोई रिश्ता आपके साथ अंतहीन नहीं हो सकता ...........

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