४० प्रतिशत लड़कियों का अपहरण शादी के लिए होता है !!!!!!!!!!!!!
ये बात राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो कह रहा है | पता नह उन लड़की के माँ बाप कहा रह गए जो वर्षो से अपनी बेटी की शादी के लिए पैर रगड़ रहे है और ना जाने क्यों उनको शादी नहीं हो पा रही है और जो करना नही चाहती उनका अपहरण करके हो रही है | कही ये आंकड़े हो जनजाति या कतरा भील के तो नहीं है जहा पर अपहरण विवाह ही होता है | पिछले साल ७७००० हज़ार लड़कियों का अपहरण इस देश में हुआ ( क्या मजाल जो देश के कानून और सुरक्षा पर आप कोई संदेह भी करें अब हर जगह तो पुलिस नहीं रह सकती ना )और उनमे से ३१००० लड़कियों का अपहरण शादी के लिए हुआ ( अरे भैये इतना शादी के लिए परेशान क्यों हो जरा उन पतियों से पूछो तो वर्षो से तलाक के लिए लड़ रहे है ) जरा उनसे पूछो जो समझ ही नहीं पा रहे की भगवन ने किस जन्म का बदल लिया है जो ऐसी पत्नी दी और एक आप है कि अपहरण करके पत्नी ला रहे है वैसे आप इनको पत्नी ही बना कर रख रहे है या फिर ???????????? माफ़ कीजियेगा मेरी इतनी माजल कहा जो आपके चरित्र पर ऊँगली उठाऊं पर १८ -०८-२०१५ के टाइम्स ऑफ़ इंडियन में सम्पादिकीय में एक लेख आया कि अब माता पिता को लड़की के कौमार्य पर बात नहीं करनी चाहिए शादी के पहले वो कुछ भी करें माता पिता कोपुराने विचार त्यागने होंगे अब आप ही बताइये क्या इस विचार के बाद भी इस देश में लड़की के अपहरण की जरूरत है ???? बसंती का अपहरण करोगे फिर वीरू आएगा और गब्बर मारा जायेगा | इससे क्या फायदा !!!!!!!!!! आप तो इस देश में लड़की की केवल इज्जत करों बाकि देश का कानून सब देख रहा है उसे भी देश के लोगो का ख्याल है | इसी लिए लड़की केलिए उम्र सीमा १६ की जा रही है | लड़की किसी के साथ बिना शादीके रह सकती है | अब सरकार आपके लिए इतना कुछ कर रही है और आप लड़की के अपहरण में लगे है | भाई लड़की भी इस देश की ही है उसको भी जीने का हक़ है तो जियो और जीने दो बाकि तो सारे सुख कानून देने को बेचैन है ही |अब आगे से फर्जी में कानून हाथ में लेकर लड़की का अपहरण ना करियेगा | ऐसा करेंगे ना ( क्यों नहीं करेंगे भंडारा का प्रसाद हर कोई हाथ फैला कर लेना चाहता है ) व्यंग्य को समझ कर पढ़िए आलोक चान्टिया
ये बात राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो कह रहा है | पता नह उन लड़की के माँ बाप कहा रह गए जो वर्षो से अपनी बेटी की शादी के लिए पैर रगड़ रहे है और ना जाने क्यों उनको शादी नहीं हो पा रही है और जो करना नही चाहती उनका अपहरण करके हो रही है | कही ये आंकड़े हो जनजाति या कतरा भील के तो नहीं है जहा पर अपहरण विवाह ही होता है | पिछले साल ७७००० हज़ार लड़कियों का अपहरण इस देश में हुआ ( क्या मजाल जो देश के कानून और सुरक्षा पर आप कोई संदेह भी करें अब हर जगह तो पुलिस नहीं रह सकती ना )और उनमे से ३१००० लड़कियों का अपहरण शादी के लिए हुआ ( अरे भैये इतना शादी के लिए परेशान क्यों हो जरा उन पतियों से पूछो तो वर्षो से तलाक के लिए लड़ रहे है ) जरा उनसे पूछो जो समझ ही नहीं पा रहे की भगवन ने किस जन्म का बदल लिया है जो ऐसी पत्नी दी और एक आप है कि अपहरण करके पत्नी ला रहे है वैसे आप इनको पत्नी ही बना कर रख रहे है या फिर ???????????? माफ़ कीजियेगा मेरी इतनी माजल कहा जो आपके चरित्र पर ऊँगली उठाऊं पर १८ -०८-२०१५ के टाइम्स ऑफ़ इंडियन में सम्पादिकीय में एक लेख आया कि अब माता पिता को लड़की के कौमार्य पर बात नहीं करनी चाहिए शादी के पहले वो कुछ भी करें माता पिता कोपुराने विचार त्यागने होंगे अब आप ही बताइये क्या इस विचार के बाद भी इस देश में लड़की के अपहरण की जरूरत है ???? बसंती का अपहरण करोगे फिर वीरू आएगा और गब्बर मारा जायेगा | इससे क्या फायदा !!!!!!!!!! आप तो इस देश में लड़की की केवल इज्जत करों बाकि देश का कानून सब देख रहा है उसे भी देश के लोगो का ख्याल है | इसी लिए लड़की केलिए उम्र सीमा १६ की जा रही है | लड़की किसी के साथ बिना शादीके रह सकती है | अब सरकार आपके लिए इतना कुछ कर रही है और आप लड़की के अपहरण में लगे है | भाई लड़की भी इस देश की ही है उसको भी जीने का हक़ है तो जियो और जीने दो बाकि तो सारे सुख कानून देने को बेचैन है ही |अब आगे से फर्जी में कानून हाथ में लेकर लड़की का अपहरण ना करियेगा | ऐसा करेंगे ना ( क्यों नहीं करेंगे भंडारा का प्रसाद हर कोई हाथ फैला कर लेना चाहता है ) व्यंग्य को समझ कर पढ़िए आलोक चान्टिया