स्वतंत्रता दिवस .......या स्व ...........तंत्रता दिवस
वैसे तो अगर आप १५ -०८-१९४७ को जोड़े तो कुल जोड़ आएगा ०८ और फिर १५-०८-२०१५ को जोड़े तो आएगा ०४ अब क्या कुछ कहने को बचा है ६९ साल में देश ०८ से ०४ यानि आधा रहा गया अब ये ना पूछियेगा की ये किसने किया क्योकि प्रजातंत्र में ये पूछना यानि खुद मान लेने की राजतन्त्र है |खैर मैं तो ये जानना चाहता था कि आज स्वतंत्रता दिवस है या फिर स्व ...........तंत्र है लीजिये ये आपको नहीं समझ में आ रहा है अरे देश में गुलामी अभी खत्म तो हुई नहीं अगर अंग्रेजी न बोलो तो पढ़े लिखे नहीं कहलाते अब आप ही बताइये क्या आप अपने हस्ताक्षर हिंदी में करते है !!!!!!!!!!! बस बात साफ़ हो गयी ना | तो क्या हम सब स्व .....तंत्र में रह रहे है लीजिये अब इसको भी बताओ ???????////दूध में पानी मिलाने का पूरा तंत्र है , मिठाई में मिलावट का पूरा तंत्र है | कोयले में दलाली का अपना तंत्र है | नौकरी दिलाने का अपना तंत्र है | बेईमान का अपना तंत्र है | खून बेचने वालो का अपना तंत्र है | अंग बेचने वाले , नर्सिंग होम चलने वाले , लड़की बेचने वाले , झूठे केस में फ़साने का अपना तंत्र है | नेता बनना हो या फिर चार चोरो से शाह का प्रमाण पत्र लेना हो सभी का तो तंत्र विकसित है तो हुआ न स्व ........तंत्र और अगर आप ने कही गलती से कहा कि देश में भ्रष्टाचार है तो लीजिये आप सिद्ध हो गए पागल .....ये भ्रष्टाचार थोड़े ही ना है ये तो है स्व .............तंत्र ....अब आप बताइये कि स्वतंत्रता दिवस आपने मनाया या आपने किसी स्व .......तंत्र का आनंद लिया और काट ली जिंदगी इस सोने की चिड़ियाँ में ......अब आप कहेंगे इसी लिए इक़बाल साहब कह गए सारे जहाँ से अच्छा ..............वैसे स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जायेगा इस देश में !!!!!!!!!!!! क्या देश से सीमा पार जाने का भी स्व ...तंत्र है !!! इसी लिए तो स्वतंत्रता दिवस के दिन कोई अपने घर में कुछ नहीं मनाता क्योकि ये कोई जनता के मानाने की चीज है ये तो स्कूल और सरकारी दफ्तरों का काम है क्योकि इस देश की जनता जानती है स्व .................तंत्र का मतलब !!!!!!!!!!! तो क्यों करें अपना समय बर्बाद वैसे क्या आप झंडे के नीचे खड़े हुए !!!!!!!!!!! क्यों खड़े हो खड़े तो वो होते है जिनको दिखावा करने की आदत है और जिसके मन में तिरंगा बसा है वो दिखाए क्यों .जाकी रही भावना जैसी ................ ओह हो इसी लिए आज आपने इस दिन को छूटी समझ कर बिताया वह क्या स्व ............तंत्र है आपका !!!!!!!!!!!!!!! आप सभी को स्वत्नत्रता दिवस की बधाई ( व्यंग्य को ध्यान से पढ़े ) अखिल भारतीय अधिकार संगठन , आलोक चान्टिया
वैसे तो अगर आप १५ -०८-१९४७ को जोड़े तो कुल जोड़ आएगा ०८ और फिर १५-०८-२०१५ को जोड़े तो आएगा ०४ अब क्या कुछ कहने को बचा है ६९ साल में देश ०८ से ०४ यानि आधा रहा गया अब ये ना पूछियेगा की ये किसने किया क्योकि प्रजातंत्र में ये पूछना यानि खुद मान लेने की राजतन्त्र है |खैर मैं तो ये जानना चाहता था कि आज स्वतंत्रता दिवस है या फिर स्व ...........तंत्र है लीजिये ये आपको नहीं समझ में आ रहा है अरे देश में गुलामी अभी खत्म तो हुई नहीं अगर अंग्रेजी न बोलो तो पढ़े लिखे नहीं कहलाते अब आप ही बताइये क्या आप अपने हस्ताक्षर हिंदी में करते है !!!!!!!!!!! बस बात साफ़ हो गयी ना | तो क्या हम सब स्व .....तंत्र में रह रहे है लीजिये अब इसको भी बताओ ???????////दूध में पानी मिलाने का पूरा तंत्र है , मिठाई में मिलावट का पूरा तंत्र है | कोयले में दलाली का अपना तंत्र है | नौकरी दिलाने का अपना तंत्र है | बेईमान का अपना तंत्र है | खून बेचने वालो का अपना तंत्र है | अंग बेचने वाले , नर्सिंग होम चलने वाले , लड़की बेचने वाले , झूठे केस में फ़साने का अपना तंत्र है | नेता बनना हो या फिर चार चोरो से शाह का प्रमाण पत्र लेना हो सभी का तो तंत्र विकसित है तो हुआ न स्व ........तंत्र और अगर आप ने कही गलती से कहा कि देश में भ्रष्टाचार है तो लीजिये आप सिद्ध हो गए पागल .....ये भ्रष्टाचार थोड़े ही ना है ये तो है स्व .............तंत्र ....अब आप बताइये कि स्वतंत्रता दिवस आपने मनाया या आपने किसी स्व .......तंत्र का आनंद लिया और काट ली जिंदगी इस सोने की चिड़ियाँ में ......अब आप कहेंगे इसी लिए इक़बाल साहब कह गए सारे जहाँ से अच्छा ..............वैसे स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जायेगा इस देश में !!!!!!!!!!!! क्या देश से सीमा पार जाने का भी स्व ...तंत्र है !!! इसी लिए तो स्वतंत्रता दिवस के दिन कोई अपने घर में कुछ नहीं मनाता क्योकि ये कोई जनता के मानाने की चीज है ये तो स्कूल और सरकारी दफ्तरों का काम है क्योकि इस देश की जनता जानती है स्व .................तंत्र का मतलब !!!!!!!!!!! तो क्यों करें अपना समय बर्बाद वैसे क्या आप झंडे के नीचे खड़े हुए !!!!!!!!!!! क्यों खड़े हो खड़े तो वो होते है जिनको दिखावा करने की आदत है और जिसके मन में तिरंगा बसा है वो दिखाए क्यों .जाकी रही भावना जैसी ................ ओह हो इसी लिए आज आपने इस दिन को छूटी समझ कर बिताया वह क्या स्व ............तंत्र है आपका !!!!!!!!!!!!!!! आप सभी को स्वत्नत्रता दिवस की बधाई ( व्यंग्य को ध्यान से पढ़े ) अखिल भारतीय अधिकार संगठन , आलोक चान्टिया
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