Saturday, 11 October 2014

करवा चौथ ..........यही सच है

करवा चौथ का सच ...........
न जाने कितना व्यवसाय हो जाता है इस दिन के नाम पर पर क्या इस देश में घरेलु हिंसा वाली महिलाये करवा चौथ का व्रत नहीं रख रही है ??? शराबी के लिए करवा चौथ का व्रत ???? खैर आपको आज के दिन ये सब कहा सुनना पसंद !!!!!!!!! वैसे तो करवा उस बर्तन को कहते है जिसमे अनाज रखा जाता है और इस समय गेहूं बोन का समय है तो बीज को सहेज कर जिस बर्तन में रखा जाता था उसको पूजा योग्य समझा जाता था पर आपको तो करवा चौथ का मतलब सिर्फ पति पत्नी तक ही देखना है तो आइये देखिये इसका सच ..............पहले के समय में जब लड़की की शादी होती थी तो अपने घर से दूर लड़की को दूसरे गाओं में अकेले रहना पड़ता था | आज की तरह गाड़ी घोड़ा , फ़ोन , मोबाइल , लैपटॉप तो था नहीं | इस लिए जब लड़की की शादी होती थी तो उसके साथ एक लड़की और भेजी जाती थी जिसके लिए शादी के समय ही कंगन की रस्म की जाती थी | आपने भी ऐसा देखा होगा | वो लड़की दुलहन की कंगना बहन या इश्वरिये बहन कहलाती थी | अब विवाहित लड़की को अपनी ससुराल में अकेला पन नहीं लगता था और वो अपना सुख दुःख उसी कंगना बहन से बांटती थी | ससुराल वाले उस कंगना बहन को अपनी बेटी की तरह रखते थे और पास के ही गावं में विवाह कर देते थे ताकि सम्बन्ध बना रहे | दोनों लड़कियों के इस सम्बन्ध को ही हर वर्ष की कार्तिक चौथ को मनाया जाता था पर चुकी दोनों बहन बनी थी उस पीटीआई के कारन जिससे शादी हुई थी तो विवाहिता अपने पति के लिए प्रार्थना और व्रत रखती थी और bas वही से कंगना बहन तो गायब हो गयी शेष रह गए पति जी और करवा चौथ अनाज के लिए बीजों और कंगना बहन से के बजाये पति के लिए ही सिमट गया ................क्या मैं सही नहीं कह रहा हूँ खैर मैं आज देश की समस्त विवाहिताओं को शत शत नमन जो कीचड़ नहीं कमल को ही देखती है अपने पतियों में और कामना करती है ...अगले जनम माहे ऐसा ही दीजो ......रुकिए रुकिए राजस्थान और कई जगहों पर कुआरी लड़की भी करवा चौथ का  व्रत रखती है ताकि उसे अच्छा पति मिले .कितनी अच्छी बात है कि देश में सर्वसम्मति से यह मान लिया गया है कि लड़की अच्छी ही होती है इस लिए किसी पुरुष को अच्छी लड़की या पत्नी पाने के लिए व्रत नहीं रखना पड़ता !!!!!!!!!!!! क्या कुछ गलत कह दिया !!!!!!! खैर देखिये आपके वो चाँद में निकल आये और चाँद पर आदमी ने पाव भी रख दिया कही चाँद में दाग इसी लिए तो नहीं ??????? जय करवा चौथ ( सच को व्यंग्य के प्रकाश में पढ़े )

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