क्या रिश्ता सिर्फ ???? ही समझते है
आप ही नहीं मैं भी हुद हुद का मजा लेना चाहता था और मेरी ये इच्छा पूरी की भारतीय जीवन बीमा निगम ने | हुआ यूँ कि मैं अपनी पालिसी की प्रीमियम जमा करके आया था पर मुझे खबर दी गयी कि मेरा चेक बाउंस हो गया है | ये मेरे लिए एक झटका था पर मैंने भगवन को धन्यवाद दिया कि चलो इसी बहाने हुद हुद का मजा लेने का मौका दिया | मैं जल्दी से दौड़ा बैंक के लिए पर जब पंहुचा तो करीब ४.३० बज रहे थे और बैंक का सामान्य काम खत्म हो चूका था | गेट बंद कर दिया गया था | मुझे छोड़ कर ६ लोग और भी हुद हुद की दुहाई देकर बैंक का दरवाजा खोलने की प्रार्थना कर रहे थे पर बैंक बंद हो चूका है , ये कह कर दरवाजा नहीं खोला गया | मैंने आज तक कभी गलत काम के लिए हाथ नही जोड़ा और इसी लिए मैंने कुछ कहे वापस जाने का फैसला किया और जैसे ही लौटने लगा तो एक जोर से आवाज सुनाई दी ...भैया भैया आप !!!!!!!!!!!! यहाँ आपको क्या काम है और एक लड़की ने जल्दी से बढ़ कर दरवाजा खोल दिया | आइये आइये भैया आइये अंदर आइये बताइये क्या काम है आज आप बहुत दिन बाद आये क्या आपको अपनी बहन याद नहीं आती !!!!!!!!! मैं कुछ बोलता कि वो बैंक मैनेजर के सामने जाकर कड़ी हो गयी .साहब ये मेरे भाई है | ये बहुत अच्छे है ये तो बिना कुछ कहे जा रहे थे वो तो मैंने देख लिया वरना ये तो चले जाते | साहब देख लीजिये इनका क्या काम है | बैंक मैनेजर भैया भैया सुन कर बोले तुम इनको कैसे जानती हो ? आरे साहब इन्होने ही तोमेरी बेटी के कान का इलाज़ कराया था और इन्होने मुझे अपनी बहन बनाया था | ये मुझको अनुपालक नहीं मानते | साहब भैया बहुत अच्छे है | बैंक मैनेजर ने कहा ठीक है तुम जाओ मैं देखता हूँ और मेरी वो बहन फिर बैंक में झाडूं लगाने चली गयी | मेरे कारण ६ लोगो का भी काम हो गया था | मैं अपने काम के बाद मैनेजर साहब से नमस्ते करके चला तो वो फिर आ गयी | अच्छा भैया नमस्ते , कभी कभी याद कर लिया करिये और उसने बैंक का दरवाजा बंद कर लिया | मैं हुद हुद का मजा लेते हुए गाड़ी चला रहा था और सोच रहा था क्या एक छोटा सा अच्छा काम इस बहन को आज तक याद है और वो उस मेरे छोटे से प्रयास के लिए अपनी जान निकाले दे रही है तो वो कौन लोग है जिनके साथ मैं २४ घंटे रहा और आज उनको पता भी नही कि मैं जिन्दा हूँ भी या नहीं !!!!!!!!टी ओक्या समझ के दबे कुचले या गरीब लोग ही रिश्ता समझते है ????????????? क्या मैं गलत समझ रहा हूँ
आप ही नहीं मैं भी हुद हुद का मजा लेना चाहता था और मेरी ये इच्छा पूरी की भारतीय जीवन बीमा निगम ने | हुआ यूँ कि मैं अपनी पालिसी की प्रीमियम जमा करके आया था पर मुझे खबर दी गयी कि मेरा चेक बाउंस हो गया है | ये मेरे लिए एक झटका था पर मैंने भगवन को धन्यवाद दिया कि चलो इसी बहाने हुद हुद का मजा लेने का मौका दिया | मैं जल्दी से दौड़ा बैंक के लिए पर जब पंहुचा तो करीब ४.३० बज रहे थे और बैंक का सामान्य काम खत्म हो चूका था | गेट बंद कर दिया गया था | मुझे छोड़ कर ६ लोग और भी हुद हुद की दुहाई देकर बैंक का दरवाजा खोलने की प्रार्थना कर रहे थे पर बैंक बंद हो चूका है , ये कह कर दरवाजा नहीं खोला गया | मैंने आज तक कभी गलत काम के लिए हाथ नही जोड़ा और इसी लिए मैंने कुछ कहे वापस जाने का फैसला किया और जैसे ही लौटने लगा तो एक जोर से आवाज सुनाई दी ...भैया भैया आप !!!!!!!!!!!! यहाँ आपको क्या काम है और एक लड़की ने जल्दी से बढ़ कर दरवाजा खोल दिया | आइये आइये भैया आइये अंदर आइये बताइये क्या काम है आज आप बहुत दिन बाद आये क्या आपको अपनी बहन याद नहीं आती !!!!!!!!! मैं कुछ बोलता कि वो बैंक मैनेजर के सामने जाकर कड़ी हो गयी .साहब ये मेरे भाई है | ये बहुत अच्छे है ये तो बिना कुछ कहे जा रहे थे वो तो मैंने देख लिया वरना ये तो चले जाते | साहब देख लीजिये इनका क्या काम है | बैंक मैनेजर भैया भैया सुन कर बोले तुम इनको कैसे जानती हो ? आरे साहब इन्होने ही तोमेरी बेटी के कान का इलाज़ कराया था और इन्होने मुझे अपनी बहन बनाया था | ये मुझको अनुपालक नहीं मानते | साहब भैया बहुत अच्छे है | बैंक मैनेजर ने कहा ठीक है तुम जाओ मैं देखता हूँ और मेरी वो बहन फिर बैंक में झाडूं लगाने चली गयी | मेरे कारण ६ लोगो का भी काम हो गया था | मैं अपने काम के बाद मैनेजर साहब से नमस्ते करके चला तो वो फिर आ गयी | अच्छा भैया नमस्ते , कभी कभी याद कर लिया करिये और उसने बैंक का दरवाजा बंद कर लिया | मैं हुद हुद का मजा लेते हुए गाड़ी चला रहा था और सोच रहा था क्या एक छोटा सा अच्छा काम इस बहन को आज तक याद है और वो उस मेरे छोटे से प्रयास के लिए अपनी जान निकाले दे रही है तो वो कौन लोग है जिनके साथ मैं २४ घंटे रहा और आज उनको पता भी नही कि मैं जिन्दा हूँ भी या नहीं !!!!!!!!टी ओक्या समझ के दबे कुचले या गरीब लोग ही रिश्ता समझते है ????????????? क्या मैं गलत समझ रहा हूँ
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