Monday 9 February 2015

और ......त

और ........................त
और क्या अब मुझसे क्यों पूछ रहे है ये तो पूरा देश जनता है कि त से तमाशा | अब मानिये ना मानिये रोज इस देश के घर बाहर सड़क  चौराहे पर कोई मदारी सब से सामने खड़ा होता है , वो जो चाहता है कहता है , हँसता है , नाचने वाले को नचाता है , ताली बजती है , सीटी बजती है पर आप तो केवल तमाशबीन  है आपसे क्या मतलब कौन किसके साथ क्या कर रहा है आपको तो बस देख कर सुन कर मजा लेना है और सबके समाने मदारी कहता है ....................और .(त )  माशा शुरू ............पर आप तो शार्ट फॉर्म में जीते है तो लीजिये अब आपको ज्यादा समझ में आएगा .....और ...................त ( व्यंग्य कीहकीकत समझ कर देखिये की आज मदारी कौन है और हम किसको गली चौराहे पर नचा रहे है शायद आपको चौराहे पर मदारी के सिकंजे बंधे किसी की पुकार सुनाई पद जाये ) महिला के लिए बोलना शुरू कीजिये .......... डॉ आलोक चान्टिया अखिल भारतीय अधिकार संगठन

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