Thursday 13 February 2014

भारत आपका है तो मत किरायेदार बन कर क्यों

अकसर आप इस बात पर सीना ठोकते है कि ये देश आपका है और बहार से आये लोगो ने इस पर राज किया पर क्या आप खुद इस देश में किरायेदार बन कर नही रह रहे है ??? मत ऐसे देते है जैसे घर के बहार खड़े भिखारी को जल्दी से निकल कर एक रुपये पर धीरे धीरे वो भिखारी भी अमीर हो जाता है और देश की बागडोर भी उन लोगो के हाथ में चली जाती है जिनको सिर्फ इस लिए नेता बना देते है क्योकि उन्होंने वर्षो से एक पार्टी ज्वाइन करके आपके आगे हाथ जोड़े है | क्या मिला आपको पढ़ कर जब आप पढ़ कर खुद को नीचा करने में लगे रहते है और अपनी म्हणत से कम म्हणत करने वाले को यह देश दे देते है | अपने मत का स्वयं इतना अपमान ना करिये और बनाइये देश उनके साथ जो आपको इस देश में महसूस करते हो .धर्म जाती पार्टी नहीं एक समर्पित भारतीय को चुनिए ......अखिल भारतीय अधिकार संगठन

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