Friday 21 February 2014

अंग्रेजो ने नहीं आपके देश के नेताओ ने भी हम सब को रोटी और जीने की जुगत में इतना उलझा दिया कि कभी आप यह जान या सोच ही नहीं पाये कि दुनिया के कई देशो के लोगो को वोट डालने के लिए भी खून की होली खेलनी पड़ी है और लम्बे लम्बे आंदोलन किये है तब कही जाकर उनको उनके देश का नागरिक माना गया और तब कही जाकर वो देश की मुख्य धारा में शामिल हुए और मानवाधिकार के तीसरी श्रेणी के अधिकार स्व निर्धारण का अधिकार प्राप्त किया पर आप तो उस देश के नागरिक है कि १९३५ से आज तक आपको अपने वोट के लिए कभी युद्ध नहीं लड़ना पड़ा लेकिन जरा उन देशो के लोगो की क़ुरबानी और दर्द को सोचिये जो यह जानते थे कि देश की मुख्य धारा का मतलब क्या होता है एक वोट का महत्त्व क्या होता है और उनकी उस ख़ुशी का आपको शायद आभास नहीं है जब उनको अपना मत डालने का अधिकार मिला लेकिन अगर आपको यह वरदान मुफ्त यानि बिना किसी संघर्ष के मिला है तो उसके मूल्य को क्यों गिरा रहे है ऐसे अमूल्य मत से आप देश के प्रतिनिधि बल्कि अपना भविष्य भी चुनते है क्या आप अपने भविष्य को बर्बाद करने के लिए स्वयं कार्य करना चाहते है ? नहीं तो फिर वोट का प्रयोग देश के लिए और देश के लोगो के लिए सोचने वालो को दीजिये ये देश नेता का नहीं आपका है और आप उन्हें बिना किसी मूल्य के मत को दान करते है पर दाल उनको करिये ना जिनको जरूरत हो और जो उसका बेहतर उपयोग कर सके ................

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