अंग्रेजो ने नहीं आपके देश के नेताओ ने भी हम सब को रोटी और जीने की जुगत में इतना उलझा दिया कि कभी आप यह जान या सोच ही नहीं पाये कि दुनिया के कई देशो के लोगो को वोट डालने के लिए भी खून की होली खेलनी पड़ी है और लम्बे लम्बे आंदोलन किये है तब कही जाकर उनको उनके देश का नागरिक माना गया और तब कही जाकर वो देश की मुख्य धारा में शामिल हुए और मानवाधिकार के तीसरी श्रेणी के अधिकार स्व निर्धारण का अधिकार प्राप्त किया पर आप तो उस देश के नागरिक है कि १९३५ से आज तक आपको अपने वोट के लिए कभी युद्ध नहीं लड़ना पड़ा लेकिन जरा उन देशो के लोगो की क़ुरबानी और दर्द को सोचिये जो यह जानते थे कि देश की मुख्य धारा का मतलब क्या होता है एक वोट का महत्त्व क्या होता है और उनकी उस ख़ुशी का आपको शायद आभास नहीं है जब उनको अपना मत डालने का अधिकार मिला लेकिन अगर आपको यह वरदान मुफ्त यानि बिना किसी संघर्ष के मिला है तो उसके मूल्य को क्यों गिरा रहे है ऐसे अमूल्य मत से आप देश के प्रतिनिधि बल्कि अपना भविष्य भी चुनते है क्या आप अपने भविष्य को बर्बाद करने के लिए स्वयं कार्य करना चाहते है ? नहीं तो फिर वोट का प्रयोग देश के लिए और देश के लोगो के लिए सोचने वालो को दीजिये ये देश नेता का नहीं आपका है और आप उन्हें बिना किसी मूल्य के मत को दान करते है पर दाल उनको करिये ना जिनको जरूरत हो और जो उसका बेहतर उपयोग कर सके ................
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