Wednesday 19 February 2014

मत का दान मत करिये

ये कैसा देश हम लोग बना पाये है आप एक काम गलत कर दे तो नौकरी से हाथ धो दे तो हमारे देश वो कौन है जो १९४७ से इस देश में कुछ भी पूरा नहीं कर पाये और हीर भी हर बार संसद में पहुच जाते है पर क्या गलती उनकी है या आप गलत है ? क्या आप घर के सामने खड़े होने भिखारी को जैसे मानवता के नाते कुछ दे देते है वैसे ही अपने जीवन के सबसे अनमोल निधि मत को बिना कुछ देशे सुने किसी को भी दे देते है | आज हाल यह है कि संसद में बैठे लोग सुख के उन घरो में बैठे है जहा कभी अँधेरा ही नहीं होता और दूसरी तरफ हम भारतीय आज भी कटोरे लिए भीख मांग रहे है क्या आपको नहीं लगता कि आप मत देने में ना तो आँखों का इस्तेमाल करते है और बुद्धि तो लगते ही नहीं बस कोई भी खड़ा होकर कहने लगे मै आपका नेता हूँ और आप सोचेते है आरे दे दो एक मत ही तो है और देश भिखारी की संख्या में ५ साल और उलझ जाता है .क्या इस बार आप जागेंगे .................मत खुद के लिए सब के लिए इस देश के लिए मागेंगे ....................

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