Monday 9 September 2013

बाल विवाह !!!!!!!!!!!!इज्जत बचाओ

बाल विवाह ...........इज्जत बचाने का मौका
आज के सभी समाचार पत्र में यह खबर छपी है कि दुनिया के ४० प्रतिशत बाल विवाह भारत में होते है ................तो इसमें कौन सी बड़ी बात हो गयी आखिर किसी काम में तो हम शुरू से ही ध्यान देते है आखिर लड़की पैदा होती किस लिए है ..............???????????? क्यों बड़ी करे उसको ??????????इस लिए कि पहले वो पढ़ लिख कर बड़ी हो फिर चलती बस में उसका बलात्कार हो .....या इस लिए कि देश के कलेज में वो जाये और वहा उसको इतना टार्चर किया जाये कि वो तीसरी मंजिल से कूद जान दे दे या फिर इस लिए वो इस देश में पढ़े लिखे कि अगर वो किसी कमरे में अकेले किसी लड़के के साथ बैठ कर बात करे तो कोई अपने को सभ्य कहने वाला पुरुष आये और उस देश की लड़की को थप्पड़ मार दे जिस देश के संविधान के निति निदेशक तत्व में साफ़ साफ़ लिखा है कि लड़की की अस्मिता और सम्मान की रक्षा करना हर भारतीय का कर्तव्य है !!!!!!!!!!!!!!! कम से कम जब लड़की सिर्फ सेक्स और गोश्त के आईने में देखी जानी है तो पैदा होते ही उसको किसी के हाथ सौप देना गलत तो है नहीं आखिर नोची जाएगी तब भी किसी के पत्नी होने का ठप्पा तो लगा रहेगा ....वरना आप तो नैतिकता के ठेके दार है कह देंगे कि अकेले कमरे में बैठी थी किसी लड़के के साथ तो बस वही हो रहा होगा जो आपके दिमाग में हर समय लड़की के लिए चलता है >>>>>>>>>>>>>.. और भला आपको कोई कहेगा भी कैसे आपके बाल जो सफ़ेद हो गए है .....आप खुद लड़की के शरीर को चोट पहुचाइए फिर उस लड़की से कहिये कि मैं तो पिता की तरह हूँ मार तो सकता हूँ ..................क्या बात है अगर बाप को लड़की को मरने का इतना ही शौक है तो लाइए अपनी बेटी को चौराहे पर मारिये लगिए उसके ऊपर आक्षेप कि वो जिस लड़के के साथ बैठी थी उसके साथ वो आपत्ति जनक तरीके से बैठी थी .............आप जैसे रावन के होते हुए भला क्यों न बाल विवाह कोई कर दे आपके द्वारा लगये दाग से तो वो बची रहेगी ......................आज एक पागल कहने लगा कि मैं जो कर रहा हूँ उसको क्यों नहीं फेस बुक पर लिखते हो ...........मैंने सोचा पागल को लिखने की क्या जरूरत वो खुद ही पागलो जैसी हरकत करता रहेगा तो दुनिया जान ही जाएगी एक दिन ..................कब तक आप बुढ़ापे का सहारा लेकर लड़की का शोषण करते रहेंगे ?????????? क्या अब भी आपको लगता है कि इस देश में बाल विवाह होना गलत है ..................अगर इस देश लड़की मुह खोलना भी चाहे तो धमकी दे दीजिये तुमेह बदनाम कर दूंगा , कलेज से निकल दूंगा , फोटो दिखा दूंगा ......बस फिट क्या इस संस्कृति के देश में लड़की चूहे से भी ज्यादा बदत्तर स्थिति में आ जाएगी और आप जैसे सफ़ेद पोश आसानी से कह देंगे कि आपको फर्जी बदनाम किया जा रहा है आप तो चरित्रवान है .............इतनी मगजमारी से तो अच्छा है ना कि अपनी बेटी को पैदा होते ही किसी के हाथ सौप दो .......ज्यादा ज्यादा कम उम्र में माँ बनने के कारण मर ही तो जाएगी पर उस पर चरित्र हनन का आरोप तो नहीं लागेगा ...........अब तो आप कहेंगे बाल विवाह बाल बाल बचो विवाह ................वरना यहाँ के लोग तो बाल तक नोच लेंगे ...................क्यों कि खाल ही नहीं बाल की खाल निकलने की कला भी इनको आती है तो फिर बाल को विवाह से क्यों न मिला दे कम से कम कोई सड़क चलता थप्पड़ तो नहीं मारेगा.........और मार दिया तो चोर चोर मौसेरे भाई ......कई चोर मिल कर एक शाह को ही बदनाम कर डालेंगे आखिर राम के समय में भी एक विवाहिता को उसके पति ने इस लिए पीटा क्योकि वो रात भर बाहर रही ..............अहिल्या को तो पत्थर तक बनाना पड़ा.....................पर जिस इंद्र ने सब कुछ किया उसे इस देश में क्या सजा मिली ...इस देश में सीता को ही अग्नि परीक्षा देनी है ........मर्यादा तो पुरुष लेकर पैदा होता है ऐसे में एक छोटी सी लड़की को अगर कई लोग दबाब दाल कर किसी सही को फ़साने के उपयोग करे तो कौन आश्चर्य है और लड़की इसमें दरी कि कही उसके घर को ना पता वहल जाये और वो हर गलत काम करने को राजी .........................अब ऐसे में लड़की का साथ देने वाला कलंकित ही होगा और दुनिया उसको अन्गुलिमाली ( एक किसान जिसे एक लड़की की रक्षा करने के कारण इज्जत लूटने वालो के द्वारा इतना बदनाम कर दिया गया कि वो डाकू बन गया ) बना  डालेगी .....ऐसे में लड़की को कलंकित होने से बचाने के लिए भला बाल विवाह से बढ़िया कोई विकल्प आपने लड़की के लिए छोड़ा है | क्या आप की बेटी बाहर जाती है ???????????? ९( व्यंग्य समझ कर पढ़ा जाये )

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