Friday 1 February 2013

teacher aur student ek nahi hai

हमारे पास एक शिक्षक आये और कहने लगे कि देखिये आप शिक्षर्तियो के साथ बहुत घुलते मिलते है ..........और उनको मैदान में न बैठने दिया करिए .....................मैंने कहा वो बेचाहरे क्या करे उनको मैदान में बैठ कर कैसे पढाया जाता है ..................इस का अनुभव तो शिक्षक ही करवाते है ...बेचारे शिक्षक ठण्ड से इतना कांपते है कि कमरे होने के बाद भी मैदान में बैठ कर पढ़ाते है .................क्या क्या आप कहने चाहते है कि शिक्षक ही गलत है .न न न मैंने कब कहा कि शिक्षक गलत हो सकता है वो तो मार्ग दर्शक है .उसने मैदान में बैठने का रास्ता दिखाया और छात्र बैठने लगे .......................पर छत्र को जानवर की तरह भगाया जाता है .क्या कहा आपने हम लोग बच्चो को जानवर समझते है ???????????????? जी नहीं मेरा तो कहने का मतलब है कि आप तो मनुष्य है पर छात्र  सामाजिक जानवर है ..भला उसकी मजाल जो शिक्षक के सामने मुह उठा दे ........................देखिये आप छात्र   का इसी तरह गलत सलत साथ देते है और पूरा माहौल ख़राब होजाता है .................पर मैंने तो सुना कि चन्दन विष व्यापत नहीं लपते रहत भुजंग ..................मतलब आप सांप किसको कहना चाहते है ..............क्या शिक्षक सांप है ?????????????मैंने तो नहीं कहा वैसे ...शिक्षक तो तमसो माँ ज्योतिर गमय .यानि जो अंधकार से प्रकाश की और ले जाये ...............और अगर आप तो नील कंठ हो गए .यानि भगवन और कहा भी गया है कि गुरु गोविन्द दोउ खड़े ............काके लागु पावं................बलहारी गुरु आपनो गोविन्द दियो बताए.......................तो मैंने तो आप का मान बढाया है ........छात्र तो किसी भी भारतीय के साथ बैठ नहीं सकता पर अगर शिक्षक बैठा है तो वह कर सकता है ..............तो इस में गलत क्या है ???????????????? संविधान में लिखा है कि विधि के सम्मुख सभी बराबर है !!!!!!!!!!!!!!!!!!! ओह हो क्षमा मुझे नहीं पता था कि संविधान में छात्र नहीं आते है और वो छात्र कहा होते है वो तो लड़के और लड़की होते है ..और आप शिक्षक है ..जो जन्ता है कि लड़का -लड़की मिलने पर क्या कर सकते है ....क्या बात है ????????????? कम से कम कहै तो आपने मनो विज्ञानं पढ़ रखा है ...................और देखिये कोई साथ बैठ न पाए !!!!!!!!!!!!!!!!!!! क्योंकि साथ खाने और बैठने से ही एड्स ???????????????? हो जाता है?????????????? आखिर आप तो देश को समाज को दिशा देने वाले एक मजबूत आधार है बिनानी सीमेंट की तरह .....जो समाज को तोड़ डालेगा पर टूटेगा नहीं ???????????????? अगर शिक्षक इतना बुरा है तो आप क्यों शिक्षक बने न बनते ................जी जी आप बिलकुल सही कह रहे है पर क्या आप जानते नहीं कि हर कडवी दवा फयेदमंद होती है .जहर से ही सुरमा बनता है .....तो मई क्यों ना बनता शिक्षक ???????????????? क्या आप भी शिक्षक बनना चाहते है ???????????????????

No comments:

Post a Comment