Tuesday, 16 May 2023

आमिर खान और उनका कार्यक्रम सत्यमेव जयते की सत्यता

  आमिर खान जैसे सेकुलर क्या करते हैं


सत्यमेव जयते का मतलब होता है सत्य की ही जीत होती है और जिन तथ्यों को आमिर खान दिखा रहे है वह सिर्फ दिखा कर लोगो को आकर्षित कर रहे है \ खुद अपने जीवन में दो औरत लाकर कर मुस्लमान बन जाते है | क्या उस समय उनको याद नही आता कि वह धर्म से ऊपर पहले एक भारतीय है और औरत का सम्मान होना चाहिए , यही नही उनको पुरे भारत में उस कार्यकर्म को दिखाना चाहिए जिनको उनके पतिओ ने छोड़ दिया और अब वे किस हाल में है और उनके बच्चे कैसे है ? पर इसको आमिर नही उठाएंगे क्यों कि उन्हें इससे क्या मतलब कि पहली पत्नी और उनसे पैदा बच्चे कहा जा रहे है? सिर्फ दिखाने से न समाज बदला है और न बदलेगा | बाज़ार की तरह वे मूल्यों को बेच कर सिर्फ पैसा कमा है | आमिर को शायद ही यह पता हो कि मै २००४ से इस देश की राज्य सरकार, केंद्र सरकार और योजना आयोग सबसे कह रहा हूँ कि बहराइच जिले में रहने वाले धन्य्कूट समाज जिन्हें सामान्य वर्ग का सरकार कहती है , उनके समाज को अपने जीवन को बचने के लिए भाई बहनों को शादी करनी पड़ रही है और इस तरह की शादी भारतीय कानून में जुर्म है पर आज तक सरकार ने कुछ नही किया और जब मैंने सुचना मांगी तो कहते है कि आपका प्रकां २२वे नंबर पर लगा है जब नंबर आएगा तब उस पर विचार किया जायेगा | क्या आमिर बता सकते है कि २००४ से सरकार क्या कर रही है औए उस बीच जिन धन्यकुट का जीवन बर्बाद हुआ जा रहा है , उनके लिए कौन जिम्मेदार है ????? आमिर कहन में अगर बाजारीकरण से ऊपर वास्तव में कुछ करने की ताकत है तो अपने कार्यकर्म में धन्य्कुट का मामला उठाये वरना ऐसे कार्यकर्म करके उनकी जेब गरम हो सकती है | देश के लोगो का भला नही हो सकता | आमिर खुद को धोखा देने से अच्छा है कि पहले खुद सच के रस्ते पर जिओ और अपनी पहली पत्नी , बच्चे और धन्यकुट का प्रकरण पाने कार्यक्रम में दिखाओ अगर यह सिर्फ बाजारीकरण का एक मुखौटा नही है तो ????????? डॉ आलको चान्टिया , अखिल भारतीय अधिकार संगठन

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