Monday, 21 January 2013

देश का तिर्नागा मुफ्त क्यों नहीं

हमारा देश जिस पर मर मिटने के लिए न जाने कितने तत्पर है पर इस देश के लिए देश वासियों के खून पसीने और त्याग से रंगे तिरंगे को पाने में न जाने कितने वर्ष लग गए और शायद ३:२ के अनुपात का यह छोटा सा कपडा कभी नहीं लगता बल्कि जब यह फहराता है तो रगों में उतना ही खून तरंगित हो उठता है जितना भगत या सुभाष का होता था .........................पर स्वतंत्र भारत की त्रासदी तो देखिये कि इस देश में मुफ्त खाना बट सकता है , मुफ्त में दवाई बट सकती है ..................................................मुफ्त में गर्भ निरोधक या कंडोम मिल सकता है ............................पर कभी एक तिरंगा मुफ्त नहीं मिल सकता ?????????????????????? क्यों क्यों क्या तिरंगा सिर्फ इस लिए हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनायियो द्वारा उनकी अमर गाथा का प्रतीक बन कर उभरा था कि जब एक भारतीय अपने लिए तिरंगा मुफ्त में मिले तो उसके लिए बिना पैसा दिए उसको दिया ही नहीं दिया जायेगा ....................क्या देश में तिरंगा ही सिर्फ बिकाऊ मिला और सरकार ने गैस , पेट्रोल ,और ना जाने कितनी चीजो पर सब सीडी और मुफ्त सुविधा दी पर एक तिरंगा मुफ्त में नहीं क्यों ?????????????????/ यह दर इतना बड़ा था कि अखिल भारतीय अधिकार संगठन को लगा कि इस तिरंगे  के प्रति लोगो में जागरूकता जगाई जाये और पिछले कई वर्षो से संगठन यही प्रयास कर रहा है मेरे द्वारा सुचना मांगी गयी और पता चला कि तिरंगे के लिए सरकार करोडो रुपये देती है पर कितनी बार तिर्नागे के ऊपर चर्चा या गोष्ठी होती है और मुझे आज भी याद है कि मेरे सुचना को मेजर ज्यदाव ने इसी लिए निस्तारित कर दिया था क्योकि उनको आशंका थी कि इस प्रकरण से कई लोग फस सकते है .......................हमारे प्रयास को समय समय पर समाचार पत्रों ने प्रकाशित किया पर कोई फायेदा नहीं हुआ फिर संगठन के उपाध्यक्ष श्री उमेश शुक्ल द्वारा विगत स्वतंत्रता दिवस पर लिखित रूप से मुफ्त में ध्वज माँगा गया पर जिलाधिकारी लखनऊ से कहा तो बराबर गया कि द्वाज मिल जायेगा पर बाद में यह कह कर नहीं दिया गया कि स्टॉक में नहीं है .....................इस बार फिर अखिल भारतीय अधिकार संगठन ने लिखित रूप से मनग है पर छाब्बिश जनवरी आने वाली है और अभी तक तिरंगा नहीं मिल पाया है ..क्या इस देश में अधिकारी , नेता और हम सब अपेन द्वाज के लिए संवेदनशील है और क्या आपको यह बात दर्द नहीं देती कि हम अपना ध्वज खरीद कर फहराते है ..क्या एक ध्वज से ही देश का राज कोशिए  घाटा बढ़ जायेगा या फिर द्वाज का मूल्य रख कर हम सब यह सीख रहे है कि इस देश में कुछ भी बिना खरीदे नहीं मिल सकता भले वह हमारी अस्मिता और गौरव का प्रतीक तिरंगा क्यों न हो ..........................................अखिल भारतीय अधिकार संगठन के मुफ्त में तिरंगे को प्रतेयेक भारतीय को दिए जाने के प्रयास में हिस्सा बनिए और तिरंगे को बिकने से बचाइए .............................हम सब भारत के लोग ...........................अखिल भारतीय अधिकार संगठन

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