Monday 26 August 2013

पैदल चलना सख्त मना है

जीवन में कौन कहता है कि आप प्रजातंत्र के लिए जी सकते है ?????????????? अगर ये बात सच होती तो क्या अनुच्छेद १९ के तहत कोई हमें कही जाने से रोकता ?????????? पर आप कही जा कर दिखा दीजिये आपको दांडी मार्च के समय अंग्रेजो द्वारा  मारे गए भारतीयों का सुख न मिल जाये तो कहियेगा !!!!!!!!!!!!!!!!!! क्या अब  भी आप कहना चाहते है कि इस देश से अंग्रेज चले गए और देश स्वतंत्र हो गया है ???? कही आप ने घूमने के लिए गाड़ी घोडा साईकिल मांग ली होती तो कहिये हड्डी पसली तोड़ देते ............ये तो सिर्फ पैदल चलने के लिए आपने हिमाकत की और लीजिये आपको बता दिया गया ज्यादा पैदल चलना स्वस्थ्य के लिए हानिकारक है पर आप तो बीमार है ना आप कहा मानने वाले !!!!!!!!!! बस इसी लिए इसी लिए आपके पीछे देश का इतना पैसा बर्बाद करना पड़ा पूरी सेना लग गयी पैदल चलने वालो को रोकने के लिए !!!!!!!!!!!!!! क्या अब भी आपको जलियाँ वाला बाग का कांड याद नहीं आया .ज्यादा करेंगे तो पैदल चलने के लिए जनरल डायर का भी मजा ले लेलेंगे क्यों क्या आप अभी भी ८४ योनियो  का मजा लेना चाहते है कहते है कि ८४ योनियो के हज़ार यात्रा के बाद आप जैसे मनुष्य बने है और आप है कि उसको पैदा चल कर बर्बाद करना चाहते है ??????????????/ चलिए इस से अच्छा कुछ भी नहीं कि आप जेल जाना चाहते है वही रुकियेगा बस दो दिन बाद कृष्णा आने वाले है वो आप लोगो की समस्या सुनेगे और वही आपके इस पैदल यात्रा के दर्द को सुझायेंगे क्योकि वासुदेव ने भी उनको कंस के जेल से निकल कर पैदल यमुना पार करके बचाया था अब जब वो इस दर्द से खुद गुजरे थे तो आपका दर्द क्यों नहीं समझेंगे ?????????????? क्या आप पैदल यात्रा पर जा रहे है ( व्यंग्य समझ कर पढ़िए )

1 comment: