नाग पंचमी ......या नागिन पंचमी ..............
भारत में आज चन्द्र शेखर आजाद का जन्म दिवस है ...इस देश के एक भारतीय श्री रोहित पाण्डेय का काफी लम्बे समय से अखिल भारतीय अधिकार संगता के साथ यही काम रहा है कि वो सब को बताये कि किस कर्न्तिकारी का जन्मदिन शहादत दिवस कब है ..........और कर भी क्या कर सकते है वो देश में अब कर्न्ति की कोई जरूरत है ही नही सब तो ठीक हो गया है तो क्यों न वो पहले के ही क्रान्तिकारियो को याद करते रहे .......और वैसे भी इस देश में नाग तक तो पूजा जाता है तो आदमी क्यों नही और मानिये मानिये इसी देश में आस्तीन में सांप भी होते है जिसके कारण आजाद के लिए अल्फ्रेड पार्क में मुखबरी भी हुई थी और उन्होंने खुद को गोली मार ली थी ........जहाँ तक मुझे बताया गया कोबरा स्संप ज्यादा जहरीला होता है ....पर भारत में तो इच्छाधारी नाग की भी अवधारणा है पर जैसे जैसे देश की जनसँख्या बढ़ी इच्छाधारी तो कम हो गए पर दो मुहे ज्यादा हो गए है और अब तो ज्यादातक घरो में भी मिल जाते है ....काश आजाद इच्छाधारी सांप के बारे में पढ़े होते तो उस दिन पहचान ना लेते ...खैर कोई बात नही आप सांप को दूध पिलाते रहिये ...तभी तो आपकी छाती को चैन आएगा .....अब आप कह रहे है की कसब को मई सांप कह रहा हूँ तो आपकी बुद्धि को मैं क्या कहू ....अरे भैया मैं तो बांबी की बात कर रहा हूँ जो भारत के उत्तर पश्चिम में हैं और आज भी आप उस बांबी को पाक पाक कहते हुए अघाते नही है ...कभी बांबी भी पाक हुई है ......जब देखिये सांप से दोस्ती करने चल देते है ....कहते है जहर को मरता है ...हमारे देश में भी तो कई जहरीले सांप है ...अगर उनको मरना है ....तो इस पाक सी दिखने वाली बांबी के साप को तो पालना ही पड़ेगाऔर वैसे भी सपेरो को क्या डरना ...सब का घर संसद में है जिसके कारण सांप कभी उनको तो मार नही पाएंगे ....हां आम जनता के शरीर नीले पड़ते जा रहे है .......मई जनता हूँ की आप पाक को उर्दू का सहबद समझ नही रहे है ....पर इशारे को अगर समझो राज को राज रहने दो ..........आप अम्निये न मानिये हमारे देश में सांप को काफी सुरक्षित रखा जाता है ..........अरे नही भाई कसब कोई सांप थोड़ी न है वह तो सांप जैसा आपको लगता है थोडा काला है ना इस लिए .....और सबसे मजेदार बात इस देश लडकियों का भाई भी सांप ही होता है ..........अरे अरे राखी के भर साधको मुझ पर इतना गुस्सा ना होइए ...मैं तो वही कह रहा हूँ जो मैं सुना है की एक लड़की के भाई नही था ...तो कैसे सांप उसका भाई बन कर आया और उस लड़की से राखी बंधवाई .....चलिए सांप ने जिम्मेदारी ले ली वरना लडको को अब बही बनने में कोई रूचि नही रही इस देश में ....वो देखिये गली में किसी लड़की के चिल्लाने की आवाज़ आ रही है .....काश कोई सांप आ जाये ...हम तुम एक कमरे में बंद हो और ..............पता नही आप मुझे सांप प्रेमी क्यों नही समझ रहे ....हमारे देश में नव देविओ का अंतिम एक भाई था और वो भी सांप था ना हो किसी पंडित जी से पूछ लीजिये ......क्या आप भी आपको बताना पड़ेगा की इतना जहरीला जंतु भारत की लडकियों का रक्षक क्यों बना ..................क्यों कि लडकियों केलिए सांप से भी ज्यादा जहरीले लोग भारत में ......माफ़ कीजिये मेरी क्या औकात जो आपको जहरीला कह दू आप तो नील कंठ है जो बहनों के भाइयो का जहर पीने के कारण शरीर में कई जगह नीले पड़ गए है अब भी आपको का मुह टेढ़ा है ....तो मैं क्या कृ आप सांपो के राजा से प्रार्थना कीजिये और आपके मान के मंदराचल में शायद वह जहर के बजाये १४ रत्न निकाल दे .........पर कही आप राजा परीक्षित के साथ तो नही खड़े है उनको तक्षक मरने आ रहा है ........अरे भैया परीक्षित यानि आम जनता ......अब तह न पूछियेगा कि सांप कौन है ....बॉम्बे २६/११ आपको याद है ना ........लीजिये सांप को दूध पिलाने आ गए ...कौन सा सांप निकालू ......जी यह सांप है अफजल गुरु ......नाम पर मत जाइये साहब धर्म निरपेक्ष देश है ...और इसे आप दूध पिला कर तो देखिये निकलते ही यह अपने जहर का जलवा ना दिखा दे तो कहियेगा .......................क्या आपको यह छोटा वाल सांप पसंद आ रहा है .....पर साहब इसके आकार पर ना जाइये ......इसको संसद के प्रशिक्षित सप्रे वर्षो के पाल रहे है ...थोडा दूर रह कर दूध पिलाएगा क्योकि इसके जहर से २६/११ पर कितने मर गए आज भी लोग गिन रहे है ...........क्या आपको इस नए सांप जिंदाल को दूध पिलाना है .......देखिये यह तो सांप दीखता है पर है इच्छाधारी ....बड़ी मुश्किल से पकड़ में आया है .....इसके जहर पर अभी सपेरो को भी विश्वास नही है .......अभी कल ही देश ने तेरहवी मनाई है अपने १३वे राष्ट्र के पति को चुन कर ........इस से पहले कितनी विधवा हो गई कहने कि कोई जरुरत है क्या ...........यह तो भाल अहो सपेरो का जो देश के रीरी रिवाज़ संस्कृति को जानते है .....और उनको नाग पंचमी का ख्याल है ...इस लिए भले ही देश में करोडो भूखे सो जाये पर इन संपो पर अरबो खर्च करके सालो साल पाला जाता हैं ताकि आपको नाग पंचमी को दूध पिलाने के लिए सांप तो मिलते रहे .....................देखिये एक पाक सा सांप फिर बाहर निकाल रहा है ....दौडिए ......पकडिये ......क्या घर में बच्चा दूध के लिए रो रहा है ....अरे साहब मारिये गोली बच्चे को जय से ज्यादा बिना दूध के मर जाएगा .......फिर आप तो बच्चा पैदा करने के विशेषज्ञ है ...एक क्या एक हज़ार पैदा कर लेंगे ........पर सांप रोज रोज कहा मिलेगा ...पिला दीजिये दूध ......काश नाग पर ध्यान देते देते हम नागिन को न भूलते ....आप जानते नही है नागिन बदला जरुर लेती हैं ........ऐसी ही एक नागिन ...मतलब ??????????????/ ने राजीव जी को ९१ में मार डाला था...................चलिए अब नागिन को भी दूध पिला दीजिये आखिर समानता आप कब सीखेंगे ...थोड़ी नागिन भी तो उत्तर पश्चिम से आने दीजिये .................भाई मैं तो नागिन पंचमी मनाऊंगा.......आप भी आ जाइये मामला मादा का है ऐसा ना हो आप चूक जाये.................क्या आपने आज नाग पंचमी ,,,,ओह ओह मुझे क्या हो गया है ...नागिन पंचमी मनाई ...............किना अच्छा लग रहा है ........नागिनको दूध पिलाना बिलकुल माँ होने का एहसास ..............अब इसे मरने ना दीजियेगा .....भले पूरे देश को डस ले ...................डॉ आलोक चान्टिया
भारत में आज चन्द्र शेखर आजाद का जन्म दिवस है ...इस देश के एक भारतीय श्री रोहित पाण्डेय का काफी लम्बे समय से अखिल भारतीय अधिकार संगता के साथ यही काम रहा है कि वो सब को बताये कि किस कर्न्तिकारी का जन्मदिन शहादत दिवस कब है ..........और कर भी क्या कर सकते है वो देश में अब कर्न्ति की कोई जरूरत है ही नही सब तो ठीक हो गया है तो क्यों न वो पहले के ही क्रान्तिकारियो को याद करते रहे .......और वैसे भी इस देश में नाग तक तो पूजा जाता है तो आदमी क्यों नही और मानिये मानिये इसी देश में आस्तीन में सांप भी होते है जिसके कारण आजाद के लिए अल्फ्रेड पार्क में मुखबरी भी हुई थी और उन्होंने खुद को गोली मार ली थी ........जहाँ तक मुझे बताया गया कोबरा स्संप ज्यादा जहरीला होता है ....पर भारत में तो इच्छाधारी नाग की भी अवधारणा है पर जैसे जैसे देश की जनसँख्या बढ़ी इच्छाधारी तो कम हो गए पर दो मुहे ज्यादा हो गए है और अब तो ज्यादातक घरो में भी मिल जाते है ....काश आजाद इच्छाधारी सांप के बारे में पढ़े होते तो उस दिन पहचान ना लेते ...खैर कोई बात नही आप सांप को दूध पिलाते रहिये ...तभी तो आपकी छाती को चैन आएगा .....अब आप कह रहे है की कसब को मई सांप कह रहा हूँ तो आपकी बुद्धि को मैं क्या कहू ....अरे भैया मैं तो बांबी की बात कर रहा हूँ जो भारत के उत्तर पश्चिम में हैं और आज भी आप उस बांबी को पाक पाक कहते हुए अघाते नही है ...कभी बांबी भी पाक हुई है ......जब देखिये सांप से दोस्ती करने चल देते है ....कहते है जहर को मरता है ...हमारे देश में भी तो कई जहरीले सांप है ...अगर उनको मरना है ....तो इस पाक सी दिखने वाली बांबी के साप को तो पालना ही पड़ेगाऔर वैसे भी सपेरो को क्या डरना ...सब का घर संसद में है जिसके कारण सांप कभी उनको तो मार नही पाएंगे ....हां आम जनता के शरीर नीले पड़ते जा रहे है .......मई जनता हूँ की आप पाक को उर्दू का सहबद समझ नही रहे है ....पर इशारे को अगर समझो राज को राज रहने दो ..........आप अम्निये न मानिये हमारे देश में सांप को काफी सुरक्षित रखा जाता है ..........अरे नही भाई कसब कोई सांप थोड़ी न है वह तो सांप जैसा आपको लगता है थोडा काला है ना इस लिए .....और सबसे मजेदार बात इस देश लडकियों का भाई भी सांप ही होता है ..........अरे अरे राखी के भर साधको मुझ पर इतना गुस्सा ना होइए ...मैं तो वही कह रहा हूँ जो मैं सुना है की एक लड़की के भाई नही था ...तो कैसे सांप उसका भाई बन कर आया और उस लड़की से राखी बंधवाई .....चलिए सांप ने जिम्मेदारी ले ली वरना लडको को अब बही बनने में कोई रूचि नही रही इस देश में ....वो देखिये गली में किसी लड़की के चिल्लाने की आवाज़ आ रही है .....काश कोई सांप आ जाये ...हम तुम एक कमरे में बंद हो और ..............पता नही आप मुझे सांप प्रेमी क्यों नही समझ रहे ....हमारे देश में नव देविओ का अंतिम एक भाई था और वो भी सांप था ना हो किसी पंडित जी से पूछ लीजिये ......क्या आप भी आपको बताना पड़ेगा की इतना जहरीला जंतु भारत की लडकियों का रक्षक क्यों बना ..................क्यों कि लडकियों केलिए सांप से भी ज्यादा जहरीले लोग भारत में ......माफ़ कीजिये मेरी क्या औकात जो आपको जहरीला कह दू आप तो नील कंठ है जो बहनों के भाइयो का जहर पीने के कारण शरीर में कई जगह नीले पड़ गए है अब भी आपको का मुह टेढ़ा है ....तो मैं क्या कृ आप सांपो के राजा से प्रार्थना कीजिये और आपके मान के मंदराचल में शायद वह जहर के बजाये १४ रत्न निकाल दे .........पर कही आप राजा परीक्षित के साथ तो नही खड़े है उनको तक्षक मरने आ रहा है ........अरे भैया परीक्षित यानि आम जनता ......अब तह न पूछियेगा कि सांप कौन है ....बॉम्बे २६/११ आपको याद है ना ........लीजिये सांप को दूध पिलाने आ गए ...कौन सा सांप निकालू ......जी यह सांप है अफजल गुरु ......नाम पर मत जाइये साहब धर्म निरपेक्ष देश है ...और इसे आप दूध पिला कर तो देखिये निकलते ही यह अपने जहर का जलवा ना दिखा दे तो कहियेगा .......................क्या आपको यह छोटा वाल सांप पसंद आ रहा है .....पर साहब इसके आकार पर ना जाइये ......इसको संसद के प्रशिक्षित सप्रे वर्षो के पाल रहे है ...थोडा दूर रह कर दूध पिलाएगा क्योकि इसके जहर से २६/११ पर कितने मर गए आज भी लोग गिन रहे है ...........क्या आपको इस नए सांप जिंदाल को दूध पिलाना है .......देखिये यह तो सांप दीखता है पर है इच्छाधारी ....बड़ी मुश्किल से पकड़ में आया है .....इसके जहर पर अभी सपेरो को भी विश्वास नही है .......अभी कल ही देश ने तेरहवी मनाई है अपने १३वे राष्ट्र के पति को चुन कर ........इस से पहले कितनी विधवा हो गई कहने कि कोई जरुरत है क्या ...........यह तो भाल अहो सपेरो का जो देश के रीरी रिवाज़ संस्कृति को जानते है .....और उनको नाग पंचमी का ख्याल है ...इस लिए भले ही देश में करोडो भूखे सो जाये पर इन संपो पर अरबो खर्च करके सालो साल पाला जाता हैं ताकि आपको नाग पंचमी को दूध पिलाने के लिए सांप तो मिलते रहे .....................देखिये एक पाक सा सांप फिर बाहर निकाल रहा है ....दौडिए ......पकडिये ......क्या घर में बच्चा दूध के लिए रो रहा है ....अरे साहब मारिये गोली बच्चे को जय से ज्यादा बिना दूध के मर जाएगा .......फिर आप तो बच्चा पैदा करने के विशेषज्ञ है ...एक क्या एक हज़ार पैदा कर लेंगे ........पर सांप रोज रोज कहा मिलेगा ...पिला दीजिये दूध ......काश नाग पर ध्यान देते देते हम नागिन को न भूलते ....आप जानते नही है नागिन बदला जरुर लेती हैं ........ऐसी ही एक नागिन ...मतलब ??????????????/ ने राजीव जी को ९१ में मार डाला था...................चलिए अब नागिन को भी दूध पिला दीजिये आखिर समानता आप कब सीखेंगे ...थोड़ी नागिन भी तो उत्तर पश्चिम से आने दीजिये .................भाई मैं तो नागिन पंचमी मनाऊंगा.......आप भी आ जाइये मामला मादा का है ऐसा ना हो आप चूक जाये.................क्या आपने आज नाग पंचमी ,,,,ओह ओह मुझे क्या हो गया है ...नागिन पंचमी मनाई ...............किना अच्छा लग रहा है ........नागिनको दूध पिलाना बिलकुल माँ होने का एहसास ..............अब इसे मरने ना दीजियेगा .....भले पूरे देश को डस ले ...................डॉ आलोक चान्टिया
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