क्या आप को नही लग रहा है कि हम जागने से परहेज़ कर रहे है ........हर तरफ आम जनता के नाम पर जिसे देखिये वो आम आदमी के लिए चिंतित दिखाई दे रहा है पर कोई आम आदमी को कुछ देने के बजाये सिर्फ उसकी कोमल भावनाओ से खेल कर जिसे देखिये वही चनाव में दो चार हाथ करने को उतावला दिखाई दे रहा है पर जो लोग चुनाव लड़ने लिए आगे आ रहे है वही देश के सामान्य कानून का कोई ज्ञान नही है ...हम सब हर दिन अपने स्वास्थ्य की समस्या से गुजर रहे है .और उन सब समस्याओ में स्लिप डिस्क , पीठ दर्द , बैक बोन पेन जैसी समस्या तो इतनी आम हो गई है ..कि कुछ कहने की जरूरत ही नही है .पर हम लोग तुरंत अपनी जमा पूंजी निकल कर डॉक्टर के यह दौड़ने लगते है .लेकिन क्या हमने कभी सोचा कि जब भी आप कोई गाड़ी दुपहिया, चौपहिया खरीदते है तो उसी समय आपको एक मुस्त रोड टैक्स चुकाना पड़ता है .रोड टैक्स किस बात का ....सड़क को देखने का या फिर इस बात का कि हमें साफ़ सुथरी, चिकनी सड़क हमें मिलेगी .....बिना किसी हचके के हम उस पर गाड़ी चला सके .पर क्या ऐसा होता है ??????????नही ऐसी सड़क की कल्पना तो एक स्वप्न है ............पर इसमें आप का क्या दोष आपने तो रोड टैक्स चुकाया है .....तो ख़राब सडक के कारण होने वाली किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए कौन दोषी है ???????निश्चित रूप से आर टी ओ .जिसको हम एक मुस्त टैक्स चुकाते है .पर क्या हम भर्तियो ने कभी कोई मुकदमा आर टी ओ के खिलाफ किया ???????? क्या हमने उस से क्षति पूर्ति पाने का दावा किया ????????????? हम अपने अधिकार क्यों नही जानते ????????????जबकि हमें फर्जी साडी बात आती है ???????? आपकी आवाज़ कोई नही उठा रहा , क्योकि आप ने नेता गलत चुना और हो सकता आपने घर से निकलना ही उचित न समझा हो जिसके कारण एक ख़राब सड़क का दर्द आप वर्षो से न सिर्फ झेल रहे है बल्कि अपने ख़राब स्वास्थ्य का आर्थिक बोझ भी झेल है ....और यह सब आपकी लापरवाही यानि अपने मत का गलत प्रयोग या फिर चुनाव वाले दिन घर में सोने के करा हुआ है ....तो क्या इस बार भी ऐसा ही आप कुछ करने जा रहे है ????????????????क्या मत देना आपको देश में किया जाने वाले सभी वकवास कामो में सबसे बकवास काम लगता है ????????????????? अगर नही और आप खुद को एक गंभीर नागरिक मानते है ...तो निकल पदिये अपने घरो से और इस बार के चुनाव में अपने मत का प्रयोग कीजिये ....अखिल भारतीय अधिकार संगठन इसी प्रयास में लगा है ताकि देश के लोग पितृ ऋण , देव ऋण और गुरु ऋण के अलावा देश ऋण और जोड़ा जाना चाहिए .और अगर आपने अपना मत नही डाला तो अन्य ऋणों की तरह आप भी देश के कर्ज से कभी मुक्त नही हो पाएंगे और देश की आत्मा दिन प्रति दिन भटकती रहेगी .....................लेकिन आप ऐसा न करे इसी लिए अखिल भारतीय अधिकार संगठन आपसे निवेदन करता है कि अपने मत को अपने स्वास्थ्य से जोड़ कर देखिये और समझिये कि किस तरह आपके मत के गलत या मत का प्रयोग न करने पर आपका ही किस तरह शोषण होता है ...तो अब देर किस बात कि जब बात समझ में आ ही गई ....चलिए जल्दी से मत डालने कि जागरण मुहीम में लग जाइये
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