आदमी कहकर भी सुकून नही पाता है ,
और जानवर खामोश ही जी जाता है ,
कितना फर्क किया है या अल्लाह मेरे
इन्सान जमी को दोजख बना जाता है ,.........................सोचिये और सो जाइये कही सुकून की तलाश में
और जानवर खामोश ही जी जाता है ,
कितना फर्क किया है या अल्लाह मेरे
इन्सान जमी को दोजख बना जाता है ,.........................सोचिये और सो जाइये कही सुकून की तलाश में
No comments:
Post a Comment