Monday, 18 June 2012

jansankhya shnya hai ....................

भारत में मानव की जनसंख्या कितनी है ??????? शून्य!!!!!!!!!!! आरे भाई इसमें चौकने की कौन सी बात है मै कुकुरमुत्तो की तरह सरकार द्वारा खोले गए किसी शराब की ठेके पर सुबह सुबह नही गया था | मै बिलकुल सही कह रहा हूँ भारत की जनसँख्या शून्य है ...........................आरे भाई शून्य का मतलब ?????????????  व्योम यानि आकाश ...समझे कुछ आकाश  और क्या  आप आकाश का आकार बता सकते है ?????????? और कहते उसको शून्य है तो भारत की जनसँख्या  का क्या कोई और छोर है ...............तो क्या जनसँख्या शून्य नही हुई ..........और शून्य का मतलब जब इसी गिनती के पीछे लग जायेगा तो उसका मान नही तो गुमनाम और हम भी पीछे पीछे ही तो दौड़ने विश्वास रखते है ............आप को विश्वास न हो कभी किसी अपने को ढूंढने निकल पड़िये .....देखिये आपको लगेगा कि यह देश मानव विहीन है और बेचारी द्रौपदी चीखते चीखते नंगी  हो ही गई थी ......कोई मनुष्य आया था ......तो हुई न देश कि जनसँख्या शून्य .....आरे भाई आप हम पर इतने लाल पीले हो रहे है ...........भ्रष्टाचार को मिटने के लिए जन मानस चाहिए था /है  पर इस देश में जनसँख्या न होने के कारण ही तो  हम भर्ष्टाचार न तो मिटा पा रहे है  और न रावन और कंस ......................माफ़ कीजियेगा            सरकार से जन लोक पल बनवा पा रहे है ..............क्या आप बता सकते है देश में मानव की जनसँख्या कितनी है ??????????? बताइयेगा जरुर मुझे भी दो आदमी चाहिए ............प्लीज ..............अहिल भारतीय अधिकार संगठन

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