चिलकती जिन्दगी का साथ पूरब देगी ,
दहकती सड़के फिर कदमो के साथ होगी ,
पर हौसला देखिये इन साँसों का आलोक ,
शाम से पहले घरो में न रु बरु कभी होगी .........................आप सभी अपना ध्यान रखिये क्योकि सुबह का सूरज भी अपने भाव पर है , सिर्फ एक दाना हरी मिर्च का दाना खाकर निकालिए और रहिये पूरे दिन दिन लू से दूर ................सुप्रभात | अखिल भारतीय अधिकार संगठन
दहकती सड़के फिर कदमो के साथ होगी ,
पर हौसला देखिये इन साँसों का आलोक ,
शाम से पहले घरो में न रु बरु कभी होगी .........................आप सभी अपना ध्यान रखिये क्योकि सुबह का सूरज भी अपने भाव पर है , सिर्फ एक दाना हरी मिर्च का दाना खाकर निकालिए और रहिये पूरे दिन दिन लू से दूर ................सुप्रभात | अखिल भारतीय अधिकार संगठन
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